हर साल नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के साथ कई नियमों में बदलाव होते हैं, और 1 अप्रैल 2025 से भी ऐसा ही होने जा रहा है। इस बार के बदलाव न केवल आपकी जेब पर असर डालेंगे, बल्कि आपके रोजमर्रा के जीवन को भी प्रभावित करेंगे। इनमें LPG सिलेंडर की कीमतों, UPI सेवाओं, टैक्स स्लैब, और क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड प्वाइंट्स जैसे महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं।
इन परिवर्तनों का उद्देश्य वित्तीय प्रणाली को अधिक प्रभावी बनाना और नागरिकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना है। आइए जानते हैं कि ये बदलाव क्या हैं और इनका आप पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
मुख्य बदलावों का विवरण
1. LPG सिलेंडर की कीमतों में बदलाव
हर महीने की पहली तारीख को तेल कंपनियां LPG सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा करती हैं।
- घरेलू और कमर्शियल गैस सिलेंडर दोनों की कीमतें बढ़ या घट सकती हैं।
- यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों और डॉलर-रुपये के एक्सचेंज रेट पर निर्भर करता है।
- आम उपभोक्ताओं को उम्मीद है कि घरेलू सिलेंडर की कीमतों में राहत मिलेगी।
2. UPI सेवाओं में बदलाव
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI सेवाओं को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए नए नियम लागू किए हैं।
- लंबे समय से इनएक्टिव मोबाइल नंबर से जुड़े UPI अकाउंट्स को बंद कर दिया जाएगा।
- उपयोगकर्ताओं को अपना मोबाइल नंबर अपडेट करना होगा, अन्यथा वे UPI सेवाओं का उपयोग नहीं कर पाएंगे।
- यह कदम डिजिटल लेन-देन को सुरक्षित बनाने के लिए उठाया गया है।
3. नई टैक्स स्लैब
2025-26 के लिए नया टैक्स सिस्टम लागू किया गया है।
आय सीमा (वार्षिक) | टैक्स दर (%) |
₹12 लाख तक | शून्य |
₹12.75 लाख तक | मानक कटौती के बाद शून्य |
अब ₹12 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।- सैलरीड व्यक्तियों के लिए ₹75,000 की मानक कटौती दी जाएगी।
4. क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड प्वाइंट्स में बदलाव
क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए रिवॉर्ड प्वाइंट्स और सुविधाओं में बड़े बदलाव किए गए हैं।
- SBI SimplyCLICK कार्ड पर Swiggy रिवॉर्ड्स घटकर आधे हो जाएंगे।
- Air India SBI Platinum कार्ड पर माइलस्टोन बेनिफिट्स कम किए गए हैं।
- IDFC First बैंक ने विस्तारा माइलस्टोन लाभ बंद कर दिए हैं।
5. TDS लिमिट में वृद्धि
टैक्स डिडक्शन एट सोर्स (TDS) नियमों में संशोधन किया गया है:
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज आय पर TDS सीमा ₹50,000 से बढ़ाकर ₹1 लाख कर दी गई है।
- किराये की आय पर छूट सीमा ₹6 लाख सालाना कर दी गई है।
6. बैंकिंग फ्रॉड रोकने के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम
5000 रुपये से अधिक के चेक भुगतान के लिए ग्राहकों को चेक नंबर, तारीख, लाभार्थी का नाम और रकम वेरिफाई करनी होगी।
यह कदम बैंकिंग धोखाधड़ी रोकने में मदद करेगा।
मुख्य परिवर्तनों का सारांश
बदलाव का क्षेत्र | विवरण |
LPG कीमतें | घरेलू और कमर्शियल सिलेंडरों पर असर |
UPI सेवाएं | इनएक्टिव नंबर वाले अकाउंट बंद होंगे |
टैक्स स्लैब | ₹12 लाख तक आय पर शून्य टैक्स |
क्रेडिट कार्ड | रिवॉर्ड प्वाइंट्स और लाभ में कमी |
TDS सीमा | वरिष्ठ नागरिकों और किरायेदारों को राहत |
बैंकिंग फ्रॉड | पॉजिटिव पे सिस्टम लागू |
इन परिवर्तनों का असर
1 अप्रैल 2025 से लागू ये बदलाव आम आदमी और व्यवसायों दोनों पर प्रभाव डालेंगे:
- घरेलू बजट: LPG और CNG-PNG कीमतों में बदलाव सीधा घरेलू खर्चे पर असर डाल सकता है।
- डिजिटल भुगतान: UPI नियमों से डिजिटल लेन-देन अधिक सुरक्षित होगा।
- आयकर: नई टैक्स स्लैब मध्यम वर्ग के लिए राहत लेकर आएगी।
- क्रेडिट कार्ड: रिवॉर्ड प्वाइंट्स घटने से उपभोक्ताओं को नुकसान हो सकता है।
निष्कर्ष
1 अप्रैल 2025 से लागू होने वाले ये नियम वित्तीय प्रणाली को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने की दिशा में उठाए गए कदम हैं। हालांकि कुछ बदलाव आपकी जेब पर भार डाल सकते हैं, लेकिन कई अन्य पहलू जैसे नई टैक्स स्लैब और TDS छूट आपको राहत भी देंगे।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है। कृपया किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले विशेषज्ञ सलाह लें।