आजकल भारत में UPI (Unified Payments Interface) से पैसे भेजना और लेना बहुत आसान हो गया है। लोग रोज़ाना लाखों-करोड़ों रुपये UPI से ट्रांसफर करते हैं। लेकिन जितना आसान ये सिस्टम है, उतना ही तेजी से इसमें फ्रॉड के मामले भी बढ़ रहे हैं।
2023-24 में UPI फ्रॉड के 13.4 लाख से ज्यादा केस सामने आए और लोगों को 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ। जरा सी लापरवाही से आपका बैंक बैलेंस मिनटों में खाली हो सकता है। फ्रॉड करने वाले नए-नए तरीके निकाल रहे हैं जैसे फेक UPI लिंक, फर्जी QR कोड, कॉल या SMS के जरिए जानकारी निकालना आदि।
अगर आप भी UPI का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको इन नए फ्रॉड्स के बारे में जानना और सतर्क रहना बहुत जरूरी है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि UPI फ्रॉड कैसे होता है, इसके कौन-कौन से नए तरीके चलन में हैं, और आप खुद को और अपने पैसे को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।
साथ ही, हम आपको बताएंगे कुछ आसान टिप्स, जिनसे आप इन फ्रॉड्स से बच सकते हैं और अगर गलती से कोई फ्रॉड हो जाए तो क्या करना चाहिए।
What is UPI Fraud? (UPI फ्रॉड क्या है?)
UPI फ्रॉड एक ऐसा घोटाला है जिसमें धोखेबाज UPI सिस्टम का गलत इस्तेमाल करके आपके बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं या आपकी निजी जानकारी चुरा लेते हैं। ये फ्रॉड कई तरीकों से हो सकता है – जैसे फर्जी कॉल, SMS, फेक UPI लिंक, फर्जी QR कोड, नकली ऐप्स या सोशल मीडिया के जरिए। इनका मकसद होता है आपकी UPI PIN, OTP, या बैंक डिटेल्स हासिल करना और आपके खाते से पैसे निकाल लेना।
UPI Fraud Overview Table
पॉइंट | जानकारी |
फ्रॉड का नाम | UPI Fraud (UPI घोटाला) |
सबसे ज्यादा प्रभावित | डिजिटल पेमेंट यूजर्स, व्यापारी, आम लोग |
फ्रॉड के तरीके | फेक कॉल, फेक लिंक, QR कोड स्कैम, फर्जी ऐप, फेक पेमेंट स्क्रीनशॉट, फिशिंग |
नुकसान | बैंक बैलेंस कटना, निजी जानकारी चोरी होना |
रिपोर्टिंग | बैंक, NPCI, साइबर सेल |
बचाव के उपाय | सतर्कता, पिन शेयर न करें, फेक कॉल/लिंक से बचें, ऐप्स अपडेट रखें |
RBI गाइडलाइन | 3 दिन के अंदर रिपोर्ट करने पर पूरा पैसा वापस |
जरूरी टूल | सिक्योर UPI ऐप, बायोमेट्रिक लॉक, ट्रांजैक्शन अलर्ट |
UPI फ्रॉड के मुख्य तरीके (Main Types of UPI Fraud)
UPI फ्रॉड के कई तरीके हैं, जो दिन-ब-दिन और भी स्मार्ट होते जा रहे हैं। नीचे कुछ प्रमुख फ्रॉड के तरीके दिए गए हैं:
1. Vishing (फर्जी कॉल करके जानकारी निकालना)
- धोखेबाज बैंक कर्मचारी बनकर कॉल करते हैं और आपकी UPI PIN, OTP या पर्सनल डिटेल्स मांगते हैं।
- कॉल पर टेक्निकल प्रॉब्लम या अकाउंट ब्लॉक होने का डर दिखाकर जानकारी निकलवाते हैं।
2. फेक UPI लिंक और QR कोड
- SMS, ईमेल या सोशल मीडिया पर फर्जी UPI लिंक या QR कोड भेजते हैं।
- लिंक या QR कोड स्कैन करते ही आपके अकाउंट से पैसे कट सकते हैं।
3. फर्जी UPI ऐप्स
- नकली UPI ऐप्स प्ले स्टोर या थर्ड पार्टी साइट्स पर डाल देते हैं।
- इन ऐप्स के जरिए आपकी बैंक डिटेल्स और पैसे चोरी हो सकते हैं।
4. फेक पेमेंट स्क्रीनशॉट
- फ्रॉडस्टर फर्जी पेमेंट का स्क्रीनशॉट भेजते हैं और सामान या सर्विस ले लेते हैं।
- असली पेमेंट कन्फर्म किए बिना सामान न दें।
5. फिशिंग (Phishing)
- फर्जी ईमेल, SMS या वेबसाइट के जरिए आपकी जानकारी निकलवाते हैं।
- लिंक पर क्लिक करते ही आपके मोबाइल या कंप्यूटर में वायरस आ सकता है।
6. Request Money Scam
- UPI ऐप पर फर्जी ‘Request Money’ भेजते हैं, जैसे रिफंड, इनाम या सैलरी के नाम पर।
- पिन डालते ही पैसे आपके अकाउंट से कट जाते हैं।
7. फर्जी UPI ID
- असली जैसी दिखने वाली फर्जी UPI ID बनाकर पैसे मंगवाते हैं।
- UPI ID को हमेशा ध्यान से चेक करें।
8. Screen Monitoring Apps
- AnyDesk, TeamViewer जैसे ऐप्स से आपके फोन की स्क्रीन और डिटेल्स चुरा लेते हैं।
9. SIM Cloning
- आपके मोबाइल नंबर की डुप्लीकेट सिम बनाकर OTP और बैंक डिटेल्स निकालते हैं।
UPI फ्रॉड कैसे होता है? (How UPI Fraud Happens?)
UPI फ्रॉड आमतौर पर इन स्टेप्स में होता है:
- सबसे पहले आपको कोई अनजान कॉल, SMS या ईमेल आता है।
- कॉलर खुद को बैंक/UPI कंपनी का कर्मचारी बताता है।
- वह आपके अकाउंट में कोई प्रॉब्लम, केवाईसी अपडेट, या रिवॉर्ड के नाम पर जानकारी मांगता है।
- कई बार आपको AnyDesk, TeamViewer जैसे ऐप्स डाउनलोड करने को कहता है।
- ऐप डाउनलोड करते ही आपके फोन की स्क्रीन, SMS, OTP, PIN सब हैकर के पास पहुंच जाता है।
- फिर वह आपके बैंक अकाउंट से पैसे ट्रांसफर कर लेता है।
UPI फ्रॉड के ताजा आंकड़े और ट्रेंड (Latest UPI Fraud Stats & Trends)
- 2023-24 में 13.4 लाख से ज्यादा UPI फ्रॉड केस दर्ज हुए।
- लोगों को 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ।
- हर महीने 15-17 अरब UPI ट्रांजैक्शन होते हैं।
- सबसे ज्यादा फ्रॉड QR कोड, फेक लिंक और फर्जी कॉल के जरिए हो रहे हैं।
- फ्रॉड के मामले मेट्रो सिटी के साथ-साथ छोटे शहरों में भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
UPI फ्रॉड से कैसे बचें? (How to Avoid UPI Fraud?)
UPI फ्रॉड से बचने के लिए आपको कुछ आसान और जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए:
- UPI PIN, OTP या बैंक डिटेल्स कभी भी किसी के साथ शेयर न करें।
- फेक कॉल, SMS या ईमेल पर आए लिंक या QR कोड पर क्लिक न करें।
- UPI ऐप्स हमेशा गूगल प्ले स्टोर या ऑफिशियल सोर्स से ही डाउनलोड करें।
- किसी भी अनजान नंबर से आए ‘Request Money’ को बिना जांचे अप्रूव न करें।
- UPI ट्रांजैक्शन के बाद SMS या बैंक स्टेटमेंट जरूर चेक करें।
- फोन में स्ट्रॉन्ग पासवर्ड और बायोमेट्रिक लॉक लगाएं।
- एंटीवायरस ऐप इंस्टॉल करें और फोन को रेगुलर अपडेट रखें।
- पब्लिक Wi-Fi पर कभी भी UPI ट्रांजैक्शन न करें।
- किसी भी संदिग्ध ट्रांजैक्शन या एक्टिविटी को तुरंत बैंक या साइबर सेल में रिपोर्ट करें।
UPI फ्रॉड से बचने के लिए जरूरी टिप्स (Important Tips to Prevent UPI Fraud)
- कभी भी अपना UPI PIN, पासवर्ड या OTP किसी को न बताएं।
- सिर्फ ऑफिशियल UPI ऐप्स (जैसे Google Pay, PhonePe, Paytm) का ही इस्तेमाल करें।
- UPI ऐप्स और बैंकिंग ऐप्स को हमेशा अपडेट रखें।
- अनजान QR कोड या लिंक पर क्लिक न करें।
- UPI ट्रांजैक्शन अलर्ट और SMS नोटिफिकेशन ऑन रखें।
- ट्रांजैक्शन करने से पहले रिसीवर की UPI ID और नाम जरूर चेक करें।
- अगर कोई फर्जी कॉल आए तो तुरंत फोन काट दें और नंबर ब्लॉक कर दें।
- अपने बैंक के हेल्पलाइन नंबर को सेव रखें और जरूरत पड़ने पर तुरंत संपर्क करें।
- बैंक स्टेटमेंट और ट्रांजैक्शन हिस्ट्री समय-समय पर चेक करें।
UPI फ्रॉड के बारे में कुछ जरूरी सवाल-जवाब (FAQ on UPI Fraud)
Q1. अगर गलती से UPI फ्रॉड हो जाए तो क्या करें?
- तुरंत अपने बैंक को कॉल करें और ट्रांजैक्शन ब्लॉक करवाएं।
- NPCI और साइबर सेल में शिकायत दर्ज करें।
- 3 दिन के अंदर रिपोर्ट करने पर RBI के नियमों के अनुसार पूरा पैसा वापस मिल सकता है।
Q2. क्या बैंक कभी UPI PIN या OTP मांगता है?
- नहीं, बैंक या कोई भी UPI कंपनी कभी भी फोन, SMS या ईमेल पर UPI PIN या OTP नहीं मांगती।
Q3. फेक UPI लिंक या QR कोड कैसे पहचानें?
- लिंक या QR कोड हमेशा ऑफिशियल सोर्स से ही स्कैन करें।
- अनजान नंबर या ईमेल से आए लिंक या QR कोड पर क्लिक न करें।
Q4. क्या पब्लिक Wi-Fi पर UPI ट्रांजैक्शन करना सुरक्षित है?
- नहीं, पब्लिक Wi-Fi पर कभी भी UPI या बैंकिंग ट्रांजैक्शन न करें।
RBI की गाइडलाइन और रिफंड पॉलिसी (RBI Guidelines on UPI Fraud)
- अगर आप 3 दिन के अंदर फ्रॉड रिपोर्ट करते हैं, तो बैंक को आपका पूरा पैसा वापस करना होगा।
- 4-7 दिन के बीच रिपोर्ट करने पर 5,000 से 25,000 रुपये तक की लिमिट में रिफंड मिलेगा।
- 7 दिन के बाद बैंक की पॉलिसी पर डिपेंड करता है कि पैसा मिलेगा या नहीं।
- इसलिए फ्रॉड होते ही तुरंत बैंक और साइबर सेल को सूचित करें।
UPI फ्रॉड से बचने के लिए Do’s & Don’ts (UPI Fraud Safety Table)
Do’s (क्या करें) | Don’ts (क्या न करें) |
UPI PIN, OTP शेयर न करें | अनजान लिंक या QR कोड पर क्लिक न करें |
ऑफिशियल UPI ऐप्स का ही इस्तेमाल करें | फर्जी कॉल या SMS पर भरोसा न करें |
रिसीवर की UPI ID वेरिफाई करें | पब्लिक Wi-Fi से ट्रांजैक्शन न करें |
ट्रांजैक्शन अलर्ट ऑन रखें | फर्जी ऐप्स डाउनलोड न करें |
बैंक स्टेटमेंट रेगुलर चेक करें | बिना जांचे पेमेंट अप्रूव न करें |
फोन में बायोमेट्रिक लॉक लगाएं | पासवर्ड/पिन सिंपल न रखें |
UPI फ्रॉड के नए ट्रेंड्स (Latest UPI Fraud Trends)
- Jump Deposit Fraud: फर्जी रिफंड या डिपॉजिट के नाम पर पैसे कट जाते हैं।
- Fake Payment Apps: असली जैसी दिखने वाली फर्जी ऐप्स से फ्रॉड।
- QR Code Scam: पेमेंट लेने के नाम पर QR कोड भेजकर पैसे निकालना।
- Screen Monitoring Apps: AnyDesk, TeamViewer जैसे ऐप्स से फोन कंट्रोल करना।
- SIM Cloning: मोबाइल नंबर की डुप्लीकेट सिम बनाकर OTP लेना।
UPI फ्रॉड से बचने के लिए टेक्निकल उपाय (Technical Tips to Stay Safe)
- फोन में स्ट्रॉन्ग पासवर्ड और बायोमेट्रिक लॉक लगाएं।
- एंटीवायरस ऐप इंस्टॉल करें और रेगुलर अपडेट रखें।
- ट्रांजैक्शन लिमिट सेट करें ताकि ज्यादा पैसे एक साथ न कट सकें।
- बैंकिंग ऐप्स और UPI ऐप्स को समय-समय पर अपडेट करते रहें।
- किसी भी संदिग्ध एक्टिविटी पर तुरंत बैंक को सूचित करें।
UPI फ्रॉड के बारे में लोगों को जागरूक करें (Spread Awareness)
- अपने परिवार, दोस्तों और आसपास के लोगों को UPI फ्रॉड के बारे में बताएं।
- बच्चों और बुजुर्गों को खासतौर पर सतर्क करें, क्योंकि वे जल्दी शिकार बन सकते हैं।
- सोशल मीडिया पर फर्जी ऑफर, इनाम या रिवॉर्ड के नाम पर आए मैसेज से बचें।
निष्कर्ष (Conclusion)
UPI ने हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है, लेकिन इसके साथ फ्रॉड के खतरे भी बढ़ गए हैं। अगर आप थोड़ी सी सतर्कता बरतें, तो इन फ्रॉड्स से आसानी से बच सकते हैं। याद रखें – कभी भी UPI PIN, OTP या बैंक डिटेल्स किसी के साथ शेयर न करें, फर्जी कॉल, लिंक या QR कोड से बचें, और किसी भी संदिग्ध ट्रांजैक्शन को तुरंत रिपोर्ट करें। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें और अपने पैसे की सुरक्षा खुद करें।
Disclaimer
यह आर्टिकल केवल जानकारी देने के लिए है। UPI फ्रॉड के मामले असली हैं और रोज़ाना बढ़ रहे हैं। RBI और बैंक लगातार सुरक्षा बढ़ा रहे हैं, लेकिन आपकी सतर्कता सबसे जरूरी है। कोई भी स्कीम, इनाम या रिवॉर्ड के नाम पर आए कॉल, SMS या लिंक पर भरोसा न करें। अगर गलती से फ्रॉड हो जाए तो तुरंत बैंक और साइबर सेल में शिकायत करें। UPI एक सुरक्षित सिस्टम है, लेकिन लापरवाही से नुकसान हो सकता है। हमेशा सतर्क रहें और दूसरों को भी जागरूक करें।