मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं के लिए महत्वपूर्ण खबर है। 2025 से सिम कार्ड से संबंधित कई नए नियम लागू होने जा रहे हैं। इन नियमों का उद्देश्य सिम कार्ड के दुरुपयोग को रोकना और उपभोक्ताओं की सुरक्षा बढ़ाना है। दूरसंचार विभाग (DoT) और भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने मिलकर ये नए नियम बनाए हैं।
इन नए नियमों से सिम कार्ड खरीदने और उपयोग करने की प्रक्रिया में कई बदलाव आएंगे। उपभोक्ताओं को अब ज्यादा सावधानी बरतनी होगी और नियमों का पालन करना होगा। साथ ही टेलीकॉम कंपनियों पर भी कई नई जिम्मेदारियां आ रही हैं। आइए जानते हैं इन नए नियमों के बारे में विस्तार से।
सिम कार्ड नियम 2025: एक नजर में
विवरण | नया नियम |
KYC प्रक्रिया | डिजिटल KYC अनिवार्य |
सिम कार्ड की संख्या | एक व्यक्ति अधिकतम 9 सिम रख सकता है |
बल्क कनेक्शन | बंद किए गए हैं |
डीलर वेरिफिकेशन | अनिवार्य किया गया है |
ब्लैकलिस्टिंग | 6 महीने से 3 साल तक नया सिम नहीं मिलेगा |
इनएक्टिव सिम | 30 दिन बाद आउटगोइंग, 45 दिन बाद इनकमिंग बंद |
वॉइस+SMS प्लान | अलग से उपलब्ध कराना होगा |
स्पेशल टैरिफ वाउचर | वैधता 90 दिन से बढ़ाकर 365 दिन की गई |
डिजिटल KYC हुआ अनिवार्य
2025 से सिम कार्ड लेने के लिए डिजिटल KYC प्रक्रिया अनिवार्य कर दी गई है। अब आपको दस्तावेजों की फोटोकॉपी जमा नहीं करनी होगी। इसके बजाय आधार कार्ड के QR कोड को स्कैन करके KYC पूरी की जाएगी। इससे फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल पर रोक लगेगी।
डिजिटल KYC के लिए आपको निम्न स्टेप्स फॉलो करने होंगे:
- आधार कार्ड का QR कोड स्कैन कराएं
- अपना फोटो खिंचवाएं
- फिंगरप्रिंट या आईरिस स्कैन कराएं
- OTP वेरिफिकेशन कराएं
इस प्रक्रिया से सिम कार्ड लेना आसान और सुरक्षित हो जाएगा। साथ ही फर्जी सिम कार्ड जारी होने की संभावना भी कम हो जाएगी।
सिम कार्ड की संख्या पर सीमा
नए नियमों के तहत एक व्यक्ति अधिकतम 9 सिम कार्ड ही रख सकता है। जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों में यह सीमा 6 सिम कार्ड तक है। इससे ज्यादा सिम रखने पर कार्रवाई की जा सकती है।
यह नियम सिम कार्ड के दुरुपयोग को रोकने के लिए लाया गया है। कई लोग एक साथ कई सिम कार्ड रखकर अवैध गतिविधियों में इस्तेमाल करते थे। अब ऐसा करना मुश्किल हो जाएगा।
बल्क कनेक्शन पर रोक
पहले कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए एक साथ कई सिम कार्ड ले सकती थीं। लेकिन अब बल्क कनेक्शन पर रोक लगा दी गई है। कंपनियों को अब हर कर्मचारी के लिए अलग से KYC कराना होगा।
कंपनियां अब एक बार में अधिकतम 100 सिम कार्ड ही ले सकती हैं। इसके लिए भी कंपनी के MD या अधिकृत व्यक्ति को खुद KYC कराना होगा। इससे फर्जी कंपनियों द्वारा बड़ी संख्या में सिम कार्ड लेने पर रोक लगेगी।
डीलर वेरिफिकेशन अनिवार्य
सिम कार्ड बेचने वाले सभी डीलरों और रिटेलरों के लिए वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है। उन्हें टेलीकॉम कंपनियों के साथ एग्रीमेंट करना होगा और अपने दस्तावेज जमा करने होंगे।
डीलरों को निम्न दस्तावेज जमा करने होंगे:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पुलिस वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट
बिना वेरिफिकेशन के सिम कार्ड बेचने पर 10 लाख रुपये तक का जुर्माना और 3 साल तक की ब्लैकलिस्टिंग हो सकती है।
ब्लैकलिस्टिंग का प्रावधान
नए नियमों में सिम कार्ड के दुरुपयोग पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान किया गया है। अगर कोई व्यक्ति सिम कार्ड का गलत इस्तेमाल करता है, तो उसे ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है।
ब्लैकलिस्टेड व्यक्ति को 6 महीने से लेकर 3 साल तक नया सिम कार्ड नहीं मिल सकेगा। इसमें निम्न अपराध शामिल हैं:
- दूसरे के नाम पर सिम लेना
- फर्जी मैसेज भेजना
- साइबर फ्रॉड करना
- अन्य अवैध गतिविधियां
2025 से सभी टेलीकॉम कंपनियों को ब्लैकलिस्टेड लोगों की जानकारी शेयर करनी होगी। इससे ऐसे लोगों को कहीं से भी नया सिम नहीं मिल पाएगा।
इनएक्टिव सिम पर कार्रवाई
अब लंबे समय तक बिना इस्तेमाल के पड़े रहने वाले सिम कार्ड को बंद किया जा सकता है। अगर कोई सिम 30 दिन तक इनएक्टिव रहता है, तो उसकी आउटगोइंग सर्विस बंद कर दी जाएगी।
45 दिन तक इनएक्टिव रहने पर इनकमिंग सर्विस भी बंद हो जाएगी। इसके बाद सिम कार्ड पूरी तरह से डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा। इससे बेकार पड़े सिम कार्डों का दुरुपयोग रोका जा सकेगा।
वॉइस और SMS प्लान अलग से
TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे वॉइस और SMS प्लान अलग से भी उपलब्ध कराएं। अभी ज्यादातर प्लान में डेटा, वॉइस और SMS एक साथ बंडल होते हैं।
इससे दूसरे सिम कार्ड वाले यूजर्स को फायदा होगा। वे सिर्फ नंबर एक्टिव रखने के लिए महंगा कॉम्बो प्लान नहीं लेना पड़ेगा। साथ ही फीचर फोन यूजर्स को भी सस्ते प्लान मिल सकेंगे।
स्पेशल टैरिफ वाउचर की वैधता बढ़ी
TRAI ने स्पेशल टैरिफ वाउचर की वैधता 90 दिन से बढ़ाकर 365 दिन कर दी है। इससे यूजर्स को बार-बार रिचार्ज कराने की झंझट से मुक्ति मिलेगी।
साथ ही 10 रुपये का टॉप-अप वाउचर भी जारी रखना होगा। कंपनियां चाहें तो इससे ज्यादा राशि के टॉप-अप भी दे सकती हैं।
रीचार्ज वाउचर का कलर कोडिंग खत्म
पहले रीचार्ज वाउचर के लिए अलग-अलग कलर कोड होते थे। जैसे:
- हरा – कॉम्बो वाउचर
- नारंगी – टॉकटाइम वाउचर
- नीला – SMS वाउचर
अब TRAI ने यह कलर कोडिंग सिस्टम खत्म कर दिया है। इससे यूजर्स को कन्फ्यूजन नहीं होगा और वे आसानी से अपनी जरूरत का प्लान चुन सकेंगे।
नए नियमों का प्रभाव
इन नए नियमों से सिम कार्ड यूजर्स और टेलीकॉम कंपनियों दोनों पर असर पड़ेगा:
- यूजर्स को सिम लेते समय ज्यादा सावधानी बरतनी होगी
- फर्जी सिम कार्ड पर रोक लगेगी
- साइबर फ्रॉड कम होंगे
- कंपनियों को सख्त नियम फॉलो करने होंगे
- छोटे डीलरों पर दबाव बढ़ेगा
- सस्ते वॉइस+SMS प्लान मिलेंगे
- लंबी वैधता वाले रीचार्ज उपलब्ध होंगे
कुल मिलाकर, ये नियम सिम कार्ड इकोसिस्टम को ज्यादा सुरक्षित और पारदर्शी बनाएंगे। हालांकि शुरुआत में कुछ परेशानियां हो सकती हैं, लेकिन लंबे समय में इसका फायदा होगा।
Disclaimer
यह लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हालांकि इसमें दी गई जानकारी विश्वसनीय स्रोतों से ली गई है, फिर भी आप किसी भी कार्रवाई से पहले संबंधित अधिकारियों या विशेषज्ञों से सलाह लें। नियमों में समय-समय पर बदलाव हो सकता है। इसलिए ताजा अपडेट के लिए सरकारी वेबसाइट या अधिकृत स्रोतों को ही संदर्भ मानें।