PMMVY Yojana Apply 2024: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण योजना है जो गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और उनके नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार लाना है।
PMMVY के तहत, पात्र महिलाओं को उनके पहले जीवित बच्चे के लिए कुल 5000 रुपये की राशि दी जाती है। यह राशि तीन किस्तों में प्रदान की जाती है। इसके अलावा, जननी सुरक्षा योजना के तहत संस्थागत प्रसव के लिए 1000 रुपये अतिरिक्त दिए जाते हैं। इस प्रकार एक महिला को कुल 6000 रुपये की सहायता मिलती है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का परिचय
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) भारत सरकार द्वारा 1 जनवरी 2017 को शुरू की गई एक केंद्रीय प्रायोजित योजना है। यह योजना महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित की जा रही है। इसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है ताकि उनके और उनके बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार लाया जा सके।
PMMVY योजना का एक मुख्य लक्ष्य गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की मजदूरी हानि की आंशिक भरपाई करना है। यह सुनिश्चित करता है कि महिलाएं गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद पर्याप्त आराम कर सकें। साथ ही यह योजना महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित करती है।
PMMVY योजना का संक्षिप्त विवरण
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) |
शुरुआत तिथि | 1 जनवरी 2017 |
कार्यान्वयन मंत्रालय | महिला एवं बाल विकास मंत्रालय |
लाभार्थी | गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं |
लाभ राशि | कुल 6000 रुपये (5000 रुपये PMMVY + 1000 रुपये JSY) |
किस्तों की संख्या | 3 किस्तें |
पात्रता | पहले जीवित बच्चे के लिए |
आयु सीमा | न्यूनतम 19 वर्ष |
PMMVY योजना के उद्देश्य
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना
- मजदूरी हानि की आंशिक भरपाई करना
- महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सुधार लाना
- नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार करना
- संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना
- स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेने के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित करना
- मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना
PMMVY योजना के लाभ
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत लाभार्थियों को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:
- वित्तीय सहायता: पात्र महिलाओं को कुल 6000 रुपये की राशि प्रदान की जाती है।
- किस्तों में भुगतान: राशि तीन किस्तों में दी जाती है:
- पहली किस्त: 1000 रुपये (गर्भावस्था के पंजीकरण पर)
- दूसरी किस्त: 2000 रुपये (गर्भावस्था के 6 महीने बाद कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच पर)
- तीसरी किस्त: 2000 रुपये (बच्चे के जन्म के पंजीकरण और पहले टीकाकरण चक्र पर)
- अतिरिक्त लाभ: जननी सुरक्षा योजना (JSY) के तहत संस्थागत प्रसव के लिए 1000 रुपये अतिरिक्त।
- स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच: योजना महिलाओं को नियमित स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करती है।
- पोषण सहायता: प्राप्त राशि का उपयोग बेहतर पोषण के लिए किया जा सकता है।
PMMVY योजना की पात्रता
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं:
- लाभार्थी की न्यूनतम आयु 19 वर्ष होनी चाहिए।
- यह लाभ केवल पहले जीवित बच्चे के लिए उपलब्ध है।
- महिला को गर्भावस्था के दौरान पंजीकरण कराना होगा।
- लाभार्थी को आधार कार्ड धारक होना चाहिए।
- केंद्र या राज्य सरकार या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में नियमित रोजगार वाली महिलाएं पात्र नहीं हैं।
PMMVY योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक हैं:
- आधार कार्ड
- बैंक या डाकघर खाता पासबुक
- मातृ और शिशु सुरक्षा कार्ड (MCP कार्ड)
- गर्भावस्था पंजीकरण प्रमाण पत्र
- जन्म पंजीकरण प्रमाण पत्र (तीसरी किस्त के लिए)
PMMVY योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया निम्नलिखित है:
- नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र या स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं।
- PMMVY के लिए आवेदन फॉर्म प्राप्त करें और भरें।
- आवश्यक दस्तावेजों की प्रतियां संलग्न करें।
- भरा हुआ फॉर्म और दस्तावेज आंगनवाड़ी कार्यकर्ता या ANM को जमा करें।
- पंजीकरण की पुष्टि और पावती प्राप्त करें।
- नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण कराएं।
- प्रत्येक किस्त के लिए निर्धारित शर्तें पूरी करें।
PMMVY योजना के लाभ प्राप्त करने के चरण
- पहली किस्त (1000 रुपये):
- गर्भावस्था का पंजीकरण कराएं
- आवेदन फॉर्म जमा करें
- आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करें
- दूसरी किस्त (2000 रुपये):
- गर्भावस्था के 6 महीने बाद कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच कराएं
- MCP कार्ड पर जांच का रिकॉर्ड दिखाएं
- तीसरी किस्त (2000 रुपये):
- बच्चे का जन्म पंजीकरण कराएं
- बच्चे का पहला टीकाकरण चक्र पूरा कराएं
- जन्म प्रमाण पत्र और टीकाकरण रिकॉर्ड प्रस्तुत करें
- अतिरिक्त लाभ (1000 रुपये):
- संस्थागत प्रसव कराएं (जननी सुरक्षा योजना के तहत)
PMMVY योजना का महत्व
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का महत्व निम्नलिखित कारणों से है:
- मातृ स्वास्थ्य में सुधार: योजना गर्भवती महिलाओं को बेहतर पोषण और स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त करने में मदद करती है।
- शिशु स्वास्थ्य में सुधार: नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार होता है।
- मातृ मृत्यु दर में कमी: नियमित स्वास्थ्य जांच और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देकर मातृ मृत्यु दर को कम किया जा सकता है।
- शिशु मृत्यु दर में कमी: बेहतर पोषण और टीकाकरण से शिशु मृत्यु दर में कमी आती है।
- आर्थिक सहायता: गर्भावस्था के दौरान मजदूरी हानि की आंशिक भरपाई होती है।
- जागरूकता: योजना स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाती है।
Disclaimer: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एक वास्तविक सरकारी योजना है, लेकिन इस लेख में उल्लिखित कुछ विवरण समय के साथ बदल सकते हैं। सटीक और अद्यतन जानकारी के लिए कृपया आधिकारिक सरकारी स्रोतों या स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें। लेख में उल्लिखित ₹11000 और ₹2000 की राशि वर्तमान में लागू नहीं है और यह एक गलत सूचना है। वास्तविक लाभ राशि ₹5000 (PMMVY) + ₹1000 (JSY) = कुल ₹6000 है।