बिहार में जमीन रजिस्ट्री के नए नियम लागू! 2025 की बड़ी खबर, जानें नई प्रक्रिया! Bihar Land registry new rule 2025

Bihar Land registry new rule 2025: बिहार सरकार ने जमीन रजिस्ट्री प्रक्रिया में बड़े बदलाव किए हैं। ये नए नियम 1 जनवरी 2025 से पूरे राज्य में लागू होंगे। इन नियमों का मुख्य उद्देश्य जमीन रजिस्ट्री प्रक्रिया को आसान, पारदर्शी और तेज बनाना है। साथ ही, इससे जमीन से जुड़े विवादों और धोखाधड़ी को कम करने में मदद मिलेगी।

नए नियमों के तहत, पूरी रजिस्ट्री प्रक्रिया डिजिटल हो जाएगी। अब लोगों को रजिस्ट्रार कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। ऑनलाइन आवेदन, आधार कार्ड से लिंकिंग, और वीडियो रिकॉर्डिंग जैसे नए नियम रजिस्ट्री में पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ाएंगे। इन बदलावों से न केवल समय और पैसे की बचत होगी, बल्कि भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा।

बिहार Land Registry New Rules 2025: एक नजर में

बिहार जमीन रजिस्ट्री 2025 के नए नियमों की मुख्य बातें जानने से पहले आइए एक नजर में इस योजना की जानकारी देख लें:

विवरणजानकारी
योजना का नामबिहार जमीन रजिस्ट्री 2025
लागू होने की तिथि1 जनवरी, 2025
उद्देश्यप्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाना
लाभार्थीबिहार के सभी जमीन मालिक और खरीदार
प्रमुख बदलावडिजिटल रजिस्ट्रेशन, आधार लिंकिंग, वीडियो रिकॉर्डिंग
लागू क्षेत्रपूरे बिहार में
नोडल विभागराजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, बिहार सरकार
हेल्पलाइन नंबर1800-345-6188

बिहार जमीन रजिस्ट्री 2025: प्रमुख बदलाव और नए नियम

1. डिजिटल रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

नए नियमों के तहत, पूरी रजिस्ट्री प्रक्रिया डिजिटल हो जाएगी। इसके मुख्य फायदे हैं:

  • सभी दस्तावेज ऑनलाइन जमा किए जाएंगे।
  • रजिस्ट्रार कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
  • डिजिटल सिग्नेचर का उपयोग किया जाएगा।
  • तुरंत डिजिटल सर्टिफिकेट प्राप्त होगा।

2. आधार कार्ड से अनिवार्य लिंकिंग

आधार कार्ड से लिंकिंग अनिवार्य होगी, जिससे फर्जी रजिस्ट्री पर रोक लगेगी। इसके लाभ:

  • बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन से फर्जीवाड़ा रुकेगा।
  • संपत्ति का रिकॉर्ड आधार से जुड़ेगा।
  • बेनामी संपत्ति की पहचान आसान होगी।

3. रजिस्ट्री की वीडियो रिकॉर्डिंग

पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग होगी, जिससे:

  • भविष्य में विवाद की स्थिति में सबूत के रूप में काम आएगी।
  • पारदर्शिता बढ़ेगी और धोखाधड़ी कम होगी।

4. ऑनलाइन फीस भुगतान

रजिस्ट्री शुल्क का भुगतान ऑनलाइन होगा, जिससे:

  • नकद लेनदेन पर रोक लगेगी।
  • भ्रष्टाचार कम होगा।

5. इलेक्ट्रॉनिक स्टैंप का उपयोग

पारंपरिक स्टैंप पेपर की जगह इलेक्ट्रॉनिक स्टैंप का इस्तेमाल होगा। इसके फायदे:

  • जाली स्टैंप पेपर की समस्या खत्म होगी।
  • स्टैंप शुल्क की चोरी रुकेगी।

6. जमाबंदी के लिए अलग आवेदन नहीं

जमीन की खरीद-बिक्री के बाद जमाबंदी के लिए अलग से आवेदन नहीं करना होगा। इससे:

  • रजिस्ट्री के साथ ही जमाबंदी की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
  • समय की बचत होगी और प्रक्रिया सरल होगी।

7. ऑनलाइन मैप और सर्वे

जमीन का डिजिटल मैप और सर्वे रिपोर्ट उपलब्ध होगी, जिससे:

  • सीमा विवाद कम होंगे।
  • भूमि के सटीक क्षेत्रफल की जानकारी मिलेगी।

8. रियल-टाइम अपडेट और ट्रैकिंग

रजिस्ट्री की प्रक्रिया की रियल-टाइम स्थिति देखी जा सकेगी:

  • आवेदक को SMS और ईमेल से अपडेट मिलेगा।
  • प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी।

9. एकीकृत डेटाबेस

सभी जमीन रिकॉर्ड एक केंद्रीय डेटाबेस में संग्रहित होंगे:

  • विभिन्न विभागों के बीच डेटा साझा करना आसान होगा।
  • भूमि प्रबंधन और योजना में मदद मिलेगी।

बिहार Land Registry 2025: नई प्रक्रिया के चरण

नए नियमों के तहत जमीन रजिस्ट्री की प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में होगी:

  1. ऑनलाइन आवेदन: सबसे पहले, आवेदक को सरकारी पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
  2. दस्तावेज अपलोड: सभी जरूरी दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करना होगा।
  3. फीस भुगतान: रजिस्ट्री शुल्क का ऑनलाइन भुगतान करना होगा।
  4. आधार वेरिफिकेशन: आधार कार्ड से लिंकिंग और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन होगा।
  5. दस्तावेज सत्यापन: विभाग द्वारा सभी दस्तावेजों का ऑनलाइन सत्यापन किया जाएगा।
  6. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग: क्रेता-विक्रेता की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थिति दर्ज की जाएगी।
  7. डिजिटल हस्ताक्षर: सभी पक्षों द्वारा डिजिटल हस्ताक्षर किए जाएंगे।
  8. इलेक्ट्रॉनिक स्टैंपिंग: इलेक्ट्रॉनिक स्टैंप पेपर जारी किया जाएगा।
  9. डिजिटल सर्टिफिकेट: रजिस्ट्री का डिजिटल सर्टिफिकेट तुरंत जारी किया जाएगा।
  10. जमाबंदी प्रक्रिया: रजिस्ट्री के साथ ही जमाबंदी की प्रक्रिया स्वचालित रूप से शुरू हो जाएगी।

बिहार Land Registry New Rules 2025: लाभ और फायदे

नए नियमों से जमीन रजिस्ट्री प्रक्रिया में कई सुधार होंगे। इनके प्रमुख लाभ हैं:

  1. समय की बचत: पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होने से समय की काफी बचत होगी।
  2. पारदर्शिता: डिजिटल प्रक्रिया से पारदर्शिता बढ़ेगी और भ्रष्टाचार कम होगा।
  3. सुरक्षा: आधार लिंकिंग और वीडियो रिकॉर्डिंग से फर्जी रजिस्ट्री पर रोक लगेगी।
  4. विवाद कम: डिजिटल रिकॉर्ड और सटीक मैपिंग से जमीन विवाद कम होंगे।
  5. आसान प्रक्रिया: घर बैठे ही रजिस्ट्री कराई जा सकेगी, कार्यालय जाने की जरूरत नहीं।
  6. कम खर्च: कागजी कार्रवाई कम होने से खर्च में कमी आएगी।
  7. तेज प्रक्रिया: डिजिटल प्रक्रिया से रजिस्ट्री का काम तेजी से पूरा होगा।
  8. बेहतर रिकॉर्ड: सभी रिकॉर्ड डिजिटल होंगे, जिससे उनका रखरखाव आसान होगा।

बिहार जमीन रजिस्ट्री 2025: आवश्यक दस्तावेज

नए नियमों के तहत जमीन रजिस्ट्री के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक होंगे:

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  1. आधार कार्ड
  2. पैन कार्ड
  3. जमीन के कागजात (जमाबंदी, परचा, खतियान)
  4. नक्शा
  5. फोटो पहचान पत्र
  6. बैंक पासबुक की कॉपी
  7. मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी

अस्वीकरण (Disclaimer):

यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और बिहार सरकार की आधिकारिक नीति या नियमों का प्रतिनिधित्व नहीं करता। इस लेख में दी गई जानकारी सार्वजनिक डोमेन और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय से पहले बिहार सरकार के आधिकारिक स्रोतों से नवीनतम और सटीक जानकारी प्राप्त करें। लेख में दी गई किसी भी जानकारी के लिए प्रकाशक या लेखक जिम्मेदार नहीं होंगे।

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