DA Hike Latest News: केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए एक बड़ा तोहफा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में महंगाई भत्ते (DA) और महंगाई राहत (DR) में 3% की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है। यह बढ़ोतरी 1 जुलाई 2024 से लागू होगी।
इस फैसले से देश भर के 49.18 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 64.89 लाख पेंशनभोगियों को फायदा होगा। इस बढ़ोतरी के बाद अब DA और DR की दर मूल वेतन का 53% हो गई है। इससे पहले मार्च 2024 में DA और DR को 4% बढ़ाकर 50% किया गया था।
महंगाई भत्ता (DA) क्या है?
महंगाई भत्ता सरकारी कर्मचारियों को दिया जाने वाला एक अतिरिक्त भुगतान है। इसका मुख्य उद्देश्य महंगाई के कारण बढ़ती कीमतों से कर्मचारियों को राहत देना है। DA की गणना अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI) के आधार पर की जाती है।
DA हाइक का ओवरव्यू
विवरण | जानकारी |
DA बढ़ोतरी | 3% |
नई DA दर | 53% |
लागू होने की तिथि | 1 जुलाई 2024 |
लाभार्थी कर्मचारी | 49.18 लाख |
लाभार्थी पेंशनर्स | 64.89 लाख |
सरकार पर वित्तीय बोझ | ₹9,448.35 करोड़ प्रति वर्ष |
पिछली DA बढ़ोतरी | 4% (मार्च 2024 में) |
DA हाइक का प्रभाव
इस बढ़ोतरी का सरकारी कर्मचारियों की सैलरी पर सीधा असर पड़ेगा। उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी का मूल वेतन ₹30,000 है, तो उसे अब ₹15,900 (53% of ₹30,000) DA मिलेगा। यह पिछले ₹15,000 (50% of ₹30,000) से ₹900 अधिक है।
वेतन में वृद्धि का उदाहरण
- मूल वेतन: ₹30,000
- पुराना DA (50%): ₹15,000
- नया DA (53%): ₹15,900
- मासिक वृद्धि: ₹900
DA की गणना कैसे की जाती है?
DA की गणना के लिए सरकार एक निश्चित फॉर्मूला का उपयोग करती है। यह फॉर्मूला 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों पर आधारित है।
DA गणना का फॉर्मूला
DA% = ((पिछले 12 महीनों का AICPI-IW का औसत – 261.42) / 261.42) x 100
DA हाइक के अतिरिक्त लाभ
DA बढ़ोतरी के साथ-साथ सरकारी कर्मचारियों को कुछ अन्य लाभ भी मिलते हैं:
- पेंशन में वृद्धि: DA बढ़ने से पेंशन की राशि भी बढ़ जाती है।
- ग्रेच्युटी में वृद्धि: DA बढ़ने से ग्रेच्युटी की राशि भी बढ़ती है।
- प्रोविडेंट फंड में अधिक योगदान: DA बढ़ने से PF में कर्मचारी और नियोक्ता का योगदान भी बढ़ता है।
- अवकाश नकदीकरण में वृद्धि: DA बढ़ने से अवकाश नकदीकरण की राशि भी बढ़ती है।
- ओवरटाइम भत्ते में वृद्धि: DA बढ़ने से ओवरटाइम भत्ते की दर भी बढ़ती है।
DA हाइक का आर्थिक प्रभाव
DA में बढ़ोतरी का न केवल सरकारी कर्मचारियों बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ता है। इससे बाजार में मांग बढ़ती है और अर्थव्यवस्था को गति मिलती है।
अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
- खपत में वृद्धि: अधिक आय से लोग अधिक खर्च करते हैं।
- बचत में वृद्धि: कुछ लोग अतिरिक्त आय को बचत में लगाते हैं।
- कर राजस्व में वृद्धि: अधिक आय से सरकार को अधिक कर राजस्व मिलता है।
- मुद्रास्फीति पर दबाव: बढ़ी हुई मांग से मुद्रास्फीति बढ़ सकती है।
DA हाइक और त्योहारी सीजन
यह DA हाइक दिवाली से पहले आई है, जो कर्मचारियों के लिए एक अतिरिक्त खुशी का कारण है। त्योहारी सीजन में यह अतिरिक्त आय बाजार में मांग बढ़ाने में मदद करेगी।
त्योहारी सीजन में DA हाइक का महत्व
- अधिक खरीदारी: लोग त्योहारों पर अधिक खर्च कर सकेंगे।
- उपहार और दान: अतिरिक्त आय से लोग अधिक उपहार और दान दे सकेंगे।
- यात्रा और मनोरंजन: कुछ लोग इस अतिरिक्त आय का उपयोग यात्रा या मनोरंजन के लिए कर सकते हैं।
DA हाइक और टैक्स
DA हाइक का कर्मचारियों के टैक्स पर भी प्रभाव पड़ता है। DA पूरी तरह से कर योग्य है और इसे आयकर रिटर्न में घोषित करना होता है।
DA और टैक्स का संबंध
- DA को मूल वेतन में जोड़कर “वेतन से आय” शीर्षक के तहत कर लगाया जाता है।
- DA वृद्धि से कुछ कर्मचारियों का टैक्स स्लैब बदल सकता है।
- PF में अधिक योगदान से टैक्स बचत हो सकती है।
अन्य राज्यों में DA हाइक
केंद्र सरकार के अलावा कई राज्य सरकारों ने भी अपने कर्मचारियों के लिए DA में बढ़ोतरी की है।
राज्यवार DA हाइक
- छत्तीसगढ़: 4% DA हाइक, कुल DA 50% हुआ।
- राजस्थान: 4% DA हाइक, कुल DA 46% हुआ।
- हिमाचल प्रदेश: 4% DA हाइक, 1 जुलाई 2024 से प्रभावी।