मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण को लेकर लंबे समय से चल रही मांग पर सरकार ने हाल ही में एक नया आदेश जारी किया है। इस आदेश में अतिथि शिक्षकों के लिए कुछ राहत की बात कही गई है, लेकिन उनकी मुख्य मांग पूरी नहीं हुई है। सरकार ने अतिथि शिक्षकों को सीधे नियमित करने के बजाय उन्हें सीधी भर्ती में 25% आरक्षण देने का फैसला किया है।
यह नया नियम उन अतिथि शिक्षकों के लिए लागू होगा जिन्होंने कम से कम तीन शैक्षणिक सत्र और 200 दिन कार्य किया है। इस फैसले से हजारों अतिथि शिक्षकों को अपने करियर को आगे बढ़ाने का मौका मिलेगा। हालांकि, कई शिक्षक संगठन इस फैसले से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं और पूर्ण नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं।
What is Atithi Shikshak Scheme?
अतिथि शिक्षक योजना मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक व्यवस्था है जिसके तहत सरकारी स्कूलों में अस्थायी तौर पर शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों की कमी को दूर करना और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है।
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | अतिथि शिक्षक योजना |
लागू राज्य | मध्य प्रदेश |
शुरुआत वर्ष | 2018 |
लाभार्थी | अस्थायी शिक्षक |
नियुक्ति का प्रकार | अस्थायी/संविदा |
न्यूनतम योग्यता | स्नातक + B.Ed. + TET |
चयन प्रक्रिया | मेरिट आधारित |
वेतन | ₹5,000 – ₹9,000 प्रति माह |
अतिथि शिक्षक योजना के उद्देश्य
- सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करना
- छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना
- बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना
- शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करना
अतिथि शिक्षक की पात्रता
- उम्मीदवार को मध्य प्रदेश का निवासी होना चाहिए
- न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक और B.Ed. होनी चाहिए
- TET (Teacher Eligibility Test) परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है
- आयु सीमा 21 से 40 वर्ष (आरक्षित वर्ग को छूट)
अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण पर नया आदेश
हाल ही में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के निर्देश पर लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) ने अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण को लेकर एक नया आदेश जारी किया है। इस आदेश के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
- अतिथि शिक्षकों को सीधे नियमित नहीं किया जाएगा
- सीधी भर्ती में अतिथि शिक्षकों को 25% आरक्षण दिया जाएगा
- यह आरक्षण केवल उन्हीं शिक्षकों के लिए लागू होगा जिन्होंने कम से कम तीन शैक्षणिक सत्र और 200 दिन कार्य किया है
- भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन मोड में होगी
- आवेदन, मेरिट लिस्ट, और चयन प्रक्रिया GFMS पोर्टल के माध्यम से संचालित की जाएगी
नए आदेश का प्रभाव
सकारात्मक प्रभाव:
- ऑनलाइन प्रक्रिया से पारदर्शिता बढ़ेगी
- 25% आरक्षण से अनुभवी अतिथि शिक्षकों को प्राथमिकता मिलेगी
- हाईकोर्ट के निर्देश से DPI पर दबाव बढ़ेगा कि वह जल्द निर्णय ले
नकारात्मक प्रभाव:
- नियमितीकरण न होने से शिक्षक असंतोषित हैं
- नए नियमों से भर्ती प्रक्रिया जटिल हो सकती है
अतिथि शिक्षकों की समस्याएं और मांगें
अतिथि शिक्षक लंबे समय से अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनकी प्रमुख समस्याएं और मांगें इस प्रकार हैं:
प्रमुख समस्याएं
- नियमितीकरण का अभाव
- कम वेतन
- जॉब सिक्योरिटी की कमी
- सामाजिक सुरक्षा लाभों का अभाव
- करियर प्रगति के अवसरों की कमी
प्रमुख मांगें
- सभी योग्य अतिथि शिक्षकों का नियमितीकरण
- वेतन में वृद्धि (न्यूनतम ₹30,000 प्रति माह)
- समान काम, समान वेतन का सिद्धांत लागू करना
- स्वास्थ्य बीमा और अन्य सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करना
- नियमित शिक्षकों के समान प्रशिक्षण और विकास के अवसर
अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया
अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन मोड में की जाती है। इसके लिए निम्नलिखित चरणों का पालन किया जाता है:
- ऑनलाइन आवेदन: उम्मीदवार GFMS पोर्टल पर पंजीकरण करते हैं और आवेदन पत्र भरते हैं।
- दस्तावेज अपलोड: सभी आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड किया जाता है।
- मेरिट लिस्ट तैयार: अनुभव और शैक्षणिक योग्यता के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है।
- दस्तावेज़ सत्यापन: चयनित उम्मीदवारों को दस्तावेज़ सत्यापन के लिए बुलाया जाता है।
- काउंसलिंग: योग्य उम्मीदवारों की काउंसलिंग की जाती है।
- स्कूल आवंटन: चयनित उम्मीदवारों को मेरिट के आधार पर स्कूल आवंटित किए जाते हैं।
अतिथि शिक्षकों के लिए वेतन और लाभ
वर्तमान में अतिथि शिक्षकों को निम्नलिखित वेतन और लाभ दिए जाते हैं:
- प्राथमिक शिक्षक: ₹5,000 प्रति माह
- माध्यमिक शिक्षक: ₹7,000 प्रति माह
- उच्च माध्यमिक शिक्षक: ₹9,000 प्रति माह
हालांकि, अतिथि शिक्षक संगठन इस वेतन को बहुत कम मानते हैं और इसे बढ़ाकर कम से कम ₹30,000 प्रति माह करने की मांग कर रहे हैं।
अन्य लाभ
- वर्तमान में अतिथि शिक्षकों को कोई अतिरिक्त लाभ नहीं दिया जाता है
- वे स्वास्थ्य बीमा, पेंशन, या अन्य सामाजिक सुरक्षा लाभों के हकदार नहीं हैं
- उन्हें नियमित शिक्षकों के समान छुट्टियां या अवकाश नहीं मिलता
अतिथि शिक्षकों के लिए करियर विकास के अवसर
वर्तमान व्यवस्था में अतिथि शिक्षकों के लिए करियर विकास के सीमित अवसर हैं। हालांकि, नए आदेश के बाद उनके लिए कुछ संभावनाएं खुली हैं:
- नियमित शिक्षक बनने का मौका: 25% आरक्षण के कारण अब अतिथि शिक्षकों के लिए नियमित शिक्षक बनने की संभावना बढ़ गई है।
- अनुभव का लाभ: लंबे समय तक काम करने वाले अतिथि शिक्षकों को भर्ती प्रक्रिया में अनुभव का लाभ मिलेगा।
- प्रशिक्षण के अवसर: सरकार अतिथि शिक्षकों के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करती है जिससे उनके कौशल में सुधार होता है।
- उच्च पदों पर आवेदन: कुछ राज्यों में अतिथि शिक्षकों को उच्च पदों जैसे प्रधानाध्यापक के लिए आवेदन करने की अनुमति दी जाती है।
अतिथि शिक्षकों के लिए सरकारी योजनाएं
मध्य प्रदेश सरकार ने अतिथि शिक्षकों के कल्याण के लिए कुछ योजनाएं शुरू की हैं:
- प्रशिक्षण कार्यक्रम: नियमित रूप से अतिथि शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- डिजिटल शिक्षा: अतिथि शिक्षकों को डिजिटल शिक्षण तकनीकों में प्रशिक्षित किया जा रहा है।
- स्किल अपग्रेडेशन: विभिन्न विषयों में अतिथि शिक्षकों के कौशल को बढ़ाने के लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
- मानदेय वृद्धि: समय-समय पर अतिथि शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि की जाती है।
अस्वीकरण (Disclaimer)
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। हालांकि हमने सटीक और अद्यतन जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है, फिर भी सरकारी नियमों और नीतियों में बदलाव हो सकता है। कृपया किसी भी कार्रवाई करने से पहले आधिकारिक सरकारी स्रोतों से नवीनतम जानकारी की पुष्टि कर लें। हम इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी निर्णय या कार्रवाई के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।