वर्ष 2025 में Income Tax के नियमों में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। ये बदलाव न केवल Tax Slabs में हुए हैं, बल्कि Tax Regime की चुनने की स्वतंत्रता भी दी गई है। Old Tax Regime और New Tax Regime के बीच चुनाव करना अब और भी महत्वपूर्ण हो गया है, क्योंकि दोनों ही अपने तरीके से फायदेमंद हो सकते हैं। Budget 2025 ने Middle-Class Taxpayers को विशेष रूप से राहत देने के लिए कई प्रावधान किए हैं।
इन बदलावों का सबसे बड़ा प्रभाव यह होगा कि Salaried Individuals को अब Standard Deduction का लाभ मिलेगा, जिससे उनकी Tax Liability कम होगी। इसके अलावा, Presumptive Taxation Scheme में भी बदलाव किए गए हैं जो छोटे व्यवसायों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। इस लेख में, हम इन सभी बदलावों को विस्तार से समझेंगे और यह भी देखेंगे कि वे आपकी जेब पर कैसा प्रभाव डालेंगे।
Income Tax Regime Overview
Income Tax Regime के नियमों में हुए बदलावों को समझने के लिए, यह जानना जरूरी है कि कौन से प्रमुख बदलाव हुए हैं और वे कैसे आपको प्रभावित करेंगे। नीचे दी गई तालिका में इन बदलावों का एक संक्षिप्त विवरण दिया गया है:
विशेषता | विवरण |
Tax-Free Limit | New Tax Regime में आयकर मुक्त सीमा ₹12 लाख तक बढ़ा दी गई है। |
Standard Deduction | सैलरी वाले व्यक्तियों के लिए ₹75,000 की Standard Deduction है। |
Tax Slabs | New Tax Regime में नए Tax Slabs लागू किए गए हैं जो कम कर दरें प्रदान करते हैं। |
Old vs New Regime | करदाता Old Tax Regime या New Tax Regime में से चुनाव कर सकते हैं। |
Presumptive Taxation | छोटे व्यवसायों के लिए Presumptive Taxation Scheme में बदलाव किए गए हैं। |
Unified Tax Year | Income Tax Bill 2025 में Unified Tax Year की शुरुआत की गई है। |
Simplification of Laws | कर कानूनों को सरल बनाने के लिए पुराने और अप्रासंगिक प्रावधान हटाए गए हैं। |
पुराने और नए कर प्रणाली में अंतर
Old Tax Regime और New Tax Regime के बीच मुख्य अंतर यह है कि पुरानी प्रणाली में कई Deductions और Exemptions होती हैं, जो करदाताओं को अपनी कर देयता कम करने में मदद करती हैं। दूसरी ओर, New Tax Regime में कम कर दरें होती हैं लेकिन Deductions की संख्या बहुत कम होती है। यह प्रणाली कम Compliance और सरल कर प्रक्रिया के लिए जानी जाती है।
कर मुक्त सीमा में वृद्धि
Budget 2025 में Tax-Free Limit को ₹12 लाख तक बढ़ाया गया है, जिससे निम्न और मध्यम वर्ग के करदाताओं को विशेष रूप से लाभ होगा। इसके अलावा, Salaried Individuals के लिए ₹75,000 की Standard Deduction भी दी गई है, जिससे उनकी कर देयता और भी कम हो जाती है। यह बदलाव मध्यम वर्ग के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगा क्योंकि इससे उनकी जेब में अधिक पैसा बचेगा।
कर दरों में बदलाव
New Tax Regime में कर दरों को भी संशोधित किया गया है। अब आय ₹12 लाख तक कर मुक्त है, और उसके बाद विभिन्न Tax Slabs लागू होते हैं। नीचे दी गई तालिका में New Tax Regime के तहत कर दरें दी गई हैं:
आय सीमा (₹) | कर दर (%) |
0 – 4,00,000 | 0% |
4,00,001 – 8,00,000 | 5% |
8,00,001 – 12,00,000 | 10% |
12,00,001 – 16,00,000 | 15% |
16,00,001 – 20,00,000 | 20% |
20,00,001 – 24,00,000 | 25% |
24,00,001 और अधिक | 30% |
कर प्रणाली की चुनने की स्वतंत्रता
अब करदाताओं को Old Tax Regime और New Tax Regime में से चुनने की स्वतंत्रता है। यह चुनाव उनकी व्यक्तिगत आर्थिक स्थिति और आवश्यकताओं पर निर्भर करता है। यदि आपके पास कई Deductions हैं, तो Old Tax Regime फायदेमंद हो सकता है, जबकि यदि आप कम Compliance और सरल कर प्रक्रिया चाहते हैं, तो New Tax Regime बेहतर विकल्प हो सकता है।
प्रेसम्प्टिव टैक्सेशन स्कीम में बदलाव
Presumptive Taxation Scheme में भी बदलाव किए गए हैं। इस योजना के तहत छोटे व्यवसायों को अपनी आय का एक निश्चित प्रतिशत ही कर के रूप में देना होता है, जिससे उन्हें ज्यादा लेखा-जोखा रखने की जरूरत नहीं होती। यह बदलाव छोटे और मध्यम आकार के व्यवसायों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगा।
एकीकृत कर वर्ष की शुरुआत
Income Tax Bill 2025 में Unified Tax Year की शुरुआत की गई है। यह प्रावधान विशेष रूप से नए व्यवसायों और पेशेवरों के लिए फायदेमंद होगा, क्योंकि इससे उनके लिए कर प्रणाली में शामिल होना आसान हो जाएगा।
कर कानूनों का सरलीकरण
कर कानूनों को सरल बनाने के लिए कई पुराने और अप्रासंगिक प्रावधान हटाए गए हैं। यह बदलाव करदाताओं के लिए कर प्रक्रिया को और भी सरल और समझने योग्य बनाएगा।
प्रमुख बदलावों का विवरण
यहाँ कुछ प्रमुख बदलावों का विवरण दिया गया है जो आपकी जेब पर प्रभाव डालेंगे:
- कर मुक्त सीमा में वृद्धि: आयकर मुक्त सीमा ₹12 लाख तक बढ़ा दी गई है।
- मानक कटौती: सैलरी वाले व्यक्तियों के लिए ₹75,000 की मानक कटौती।
- कर दरों में बदलाव: नए कर स्लैब लागू किए गए हैं।
- कर प्रणाली की चुनने की स्वतंत्रता: करदाता पुरानी या नई कर प्रणाली में से चुन सकते हैं।
- प्रेसम्प्टिव टैक्सेशन स्कीम में बदलाव: छोटे व्यवसायों के लिए प्रेसम्प्टिव टैक्सेशन स्कीम में बदलाव किए गए हैं।
निष्कर्ष
इन सभी बदलावों से यह स्पष्ट है कि Income Tax 2025 के नियम मध्यम वर्ग के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होंगे। New Tax Regime की सरलता और कम Compliance इसे कई करदाताओं के लिए आकर्षक बना रही है, जबकि Old Tax Regime उन लोगों के लिए बेहतर है जिनके पास कई Deductions हैं।
Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है और किसी विशिष्ट वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। व्यक्तिगत कर स्थिति के लिए एक पेशेवर कर सलाहकार से परामर्श करना उचित होगा।