केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025 की बोर्ड परीक्षाओं में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। ये बदलाव छात्रों के शैक्षणिक अनुभव को बेहतर बनाने और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप हैं। इस लेख में, हम इन नए नियमों और उनके प्रभावों पर चर्चा करेंगे।
बोर्ड परीक्षा 2025 का अवलोकन
विवरण | जानकारी |
परीक्षा प्रारंभ तिथि | 15 फरवरी, 2025 |
10वीं परीक्षा समाप्ति | 18 मार्च, 2025 |
12वीं परीक्षा समाप्ति | 4 अप्रैल, 2025 |
नई उपस्थिति नीति | न्यूनतम 75% उपस्थिति अनिवार्य |
आंतरिक मूल्यांकन | कुल अंकों का 40% |
प्रश्न प्रकार में बदलाव | कौशल-आधारित प्रश्नों का इजाफा |
नियम 1: न्यूनतम उपस्थिति (Minimum Attendance)
CBSE ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि छात्र नियमित रूप से कक्षाओं में भाग लें, न्यूनतम उपस्थिति का नियम लागू किया है।
- छात्रों को बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए कम से कम 75% उपस्थिति दर्ज करनी होगी।
- मेडिकल आपात स्थिति या खेल आयोजनों में भाग लेने जैसे कारणों से छूट दी जा सकती है, लेकिन इसके लिए उचित दस्तावेज़ प्रस्तुत करना होगा।
- यह नियम छात्रों को नियमित अध्ययन की आदत डालने और कक्षा में सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए लागू किया गया है।
नियम 2: आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment)
2025 की बोर्ड परीक्षाओं में आंतरिक मूल्यांकन का महत्व बढ़ा दिया गया है।
- अब कुल अंकों का 40% आंतरिक मूल्यांकन पर आधारित होगा।
- इसमें प्रोजेक्ट वर्क, असाइनमेंट और आवधिक परीक्षण शामिल होंगे।
- अंतिम बोर्ड परीक्षा का भार अब केवल 60% होगा।
- यह कदम छात्रों की समग्र क्षमताओं का आकलन करने और उन्हें केवल रटने की बजाय व्यावहारिक ज्ञान पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करेगा।
नियम 3: कौशल-आधारित प्रश्न (Competency-Based Questions)
CBSE ने प्रश्न पत्रों में बड़ा बदलाव किया है ताकि छात्रों की विश्लेषणात्मक और व्यावहारिक सोच को परखा जा सके।
- कक्षा 10 और कक्षा 12 दोनों के प्रश्न पत्रों में अब अधिक संख्या में कौशल-आधारित प्रश्न होंगे।
- इन प्रश्नों का उद्देश्य छात्रों को वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करने की क्षमता का परीक्षण करना है।
- लंबे और छोटे उत्तर वाले प्रश्नों की संख्या घटा दी गई है ताकि छात्र केवल याद करने की बजाय विषय को समझ सकें।
अन्य महत्वपूर्ण बदलाव
- CCTV निगरानी: सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे ताकि परीक्षा प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो सके।
- खेल और ओलंपियाड प्रतिभागियों के लिए विशेष परीक्षा: जो छात्र खेल आयोजनों या ओलंपियाड में भाग लेते हैं, उनके लिए विशेष परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी ताकि उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो।
- कोई मेरिट लिस्ट नहीं: CBSE ने “मेरिट लिस्ट” जारी न करने का निर्णय लिया है ताकि छात्रों के बीच अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा को रोका जा सके।
बोर्ड परीक्षा तैयारी के टिप्स
छात्र इन नए नियमों को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी करें:
- नियमित रूप से कक्षा में उपस्थित रहें और शिक्षकों द्वारा दिए गए असाइनमेंट समय पर पूरा करें।
- आंतरिक मूल्यांकन के लिए प्रोजेक्ट्स और टेस्ट्स पर ध्यान दें।
- कौशल-आधारित प्रश्नों की तैयारी के लिए विषयों की गहरी समझ विकसित करें।
- पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें ताकि नए पैटर्न से परिचित हो सकें।
निष्कर्ष
बोर्ड परीक्षा 2025 के ये नए नियम छात्रों के शैक्षणिक अनुभव को बेहतर बनाने और उन्हें व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने में मदद करेंगे। हालांकि, यह आवश्यक है कि छात्र इन बदलावों को समझें और अपनी तैयारी उसी अनुसार करें।
Disclaimer:
यह लेख CBSE द्वारा घोषित आधिकारिक जानकारी पर आधारित है। कृपया किसी भी अफवाह या गलत जानकारी से बचें और केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।