Delhi Water Supply: दिल्ली के कई इलाकों में अगले कुछ दिनों तक पानी की आपूर्ति में बाधा आने वाली है। दिल्ली जल बोर्ड ने इसकी जानकारी दी है। बोर्ड के मुताबिक, पश्चिमी दिल्ली के कई इलाकों में 13 से 17 अक्टूबर, 4 दिन तक पानी की आपूर्ति नहीं होगी। इसके अलावा, द्वारका और आसपास के इलाकों में भी पानी की किल्लत देखने को मिल रही है।
इस बाधा का मुख्य कारण मरम्मत का काम है। जल बोर्ड पाइपलाइनों और अन्य उपकरणों की मरम्मत कर रहा है ताकि भविष्य में पानी की आपूर्ति बेहतर हो सके। हालांकि इससे लोगों को कुछ दिनों तक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। आइए इस स्थिति के बारे में विस्तार से जानें।
दिल्ली में पानी की आपूर्ति में बाधा: मुख्य जानकारी
दिल्ली जल बोर्ड द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पश्चिमी दिल्ली और द्वारका के कुछ इलाकों में पानी की आपूर्ति में बाधा आएगी। इसका मुख्य कारण मरम्मत का काम है। आइए एक नजर डालें इस स्थिति की मुख्य जानकारी पर:
विवरण | जानकारी |
प्रभावित क्षेत्र | पश्चिमी दिल्ली और द्वारका के कुछ इलाके |
बाधा की अवधि | 13 से 17 अक्टूबर |
बाधा का कारण | पाइपलाइन और उपकरणों की मरम्मत |
प्रभावित जनसंख्या | लगभग 5-7 लाख लोग |
वैकल्पिक व्यवस्था | पानी के टैंकर उपलब्ध कराए जाएंगे |
सामान्य स्थिति | 17 अक्टूबर के बाद |
जल बोर्ड हेल्पलाइन | 1916 |
पश्चिमी दिल्ली में पानी की आपूर्ति में बाधा
दिल्ली जल बोर्ड ने बताया है कि पश्चिमी दिल्ली के कई इलाकों में 9 से 13 अक्टूबर को 16 घंटे तक पानी की आपूर्ति नहीं होगी। यह बाधा 9 अक्टूबर सुबह 10 बजे से शुरू होकर 13 अक्टूबर सुबह 2 बजे तक रहेगी। इस दौरान निम्नलिखित इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी:
- वरुण निकेतन
- राजा गार्डन
- रमेश नगर
- ख्याला
- रानी बाग
- मोती नगर
- शांति पुरी
- टैगोर गार्डन
- राजौरी गार्डन
- तिलक नगर
- हरि नगर
इन इलाकों के अलावा आसपास के कुछ अन्य क्षेत्र भी प्रभावित हो सकते हैं। जल बोर्ड ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे इस अवधि के दौरान पानी का सावधानीपूर्वक उपयोग करें।
द्वारका में पानी की किल्लत
द्वारका और आसपास के इलाकों में भी पानी की किल्लत देखने को मिल रही है। यहां पिछले कुछ दिनों से पानी की आपूर्ति कम हो गई है। इसका कारण मुनक नहर की कैरियर-लाइनड शाखा में आई दरार है। इस दरार की वजह से द्वारका जल शोधन संयंत्र को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है।
द्वारका में प्रभावित इलाकों में शामिल हैं:
- द्वारका सेक्टर 1
- महावीर एनक्लेव
- द्वारका सेक्टर 8
- द्वारका सेक्टर 16
- द्वारका सेक्टर 10
- मधु विहार
- पालम
- राज नगर
इन इलाकों में पानी की आपूर्ति या तो बिल्कुल नहीं हो रही है या बहुत कम दबाव के साथ हो रही है। लोगों को पानी की बोतलें खरीदनी पड़ रही हैं और कई जगहों पर पानी के टैंकर भी नहीं पहुंच पा रहे हैं।
पानी की आपूर्ति में बाधा का कारण
दिल्ली जल बोर्ड ने बताया है कि पानी की आपूर्ति में बाधा का मुख्य कारण मरम्मत का काम है। पश्चिमी दिल्ली में हैदरपुर जल शोधन संयंत्र के अंदर 1100 मिमी व्यास की हेडर लाइन की मरम्मत की जा रही है। यह हेडर लाइन 1100 मिमी व्यास की पश्चिम दिल्ली मुख्य लाइन और 1200 मिमी व्यास की पीतमपुरा मुख्य लाइन को पानी की आपूर्ति करती है।
द्वारका में पानी की किल्लत का कारण मुनक नहर की कैरियर-लाइनड शाखा में आई दरार है। इस दरार की वजह से द्वारका जल शोधन संयंत्र को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। जल बोर्ड ने बताया है कि इस दरार की मरम्मत का काम चल रहा है और जल्द ही पूरा हो जाएगा।
प्रभावित लोगों के लिए सलाह और वैकल्पिक व्यवस्था
दिल्ली जल बोर्ड ने प्रभावित इलाकों के लोगों के लिए कुछ सलाह और वैकल्पिक व्यवस्था की जानकारी दी है:
- पानी का सावधानीपूर्वक उपयोग करें: लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे इस अवधि के दौरान पानी का सावधानीपूर्वक उपयोग करें।
- पहले से पानी जमा करें: प्रभावित इलाकों के लोगों को सलाह दी गई है कि वे पहले से ही पर्याप्त मात्रा में पानी जमा कर लें।
- पानी के टैंकर: जल बोर्ड ने कहा है कि मांग पर पानी के टैंकर उपलब्ध कराए जाएंगे। लोग जल बोर्ड की हेल्पलाइन या केंद्रीय नियंत्रण कक्ष से संपर्क कर सकते हैं।
- बोतलबंद पानी का उपयोग: लोग जरूरत पड़ने पर बोतलबंद पानी का उपयोग कर सकते हैं।
- पानी का पुन: उपयोग: घरेलू कामों के लिए इस्तेमाल किए गए पानी का पुन: उपयोग करें, जैसे कि बागवानी के लिए।
दिल्ली में पानी की आपूर्ति की वर्तमान स्थिति
दिल्ली में पानी की आपूर्ति की वर्तमान स्थिति को समझने के लिए कुछ आंकड़ों पर नजर डालते हैं:
- दिल्ली की कुल पानी की मांग: लगभग 1,300 मिलियन गैलन प्रतिदिन (एमजीडी)
- वर्तमान में उपलब्ध पानी: लगभग 935 एमजीडी
- कमी: लगभग 365 एमजीडी
इस कमी को पूरा करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड कई प्रयास कर रहा है, जिनमें शामिल हैं:
- नए जल शोधन संयंत्रों का निर्माण
- पुराने पाइपलाइनों की मरम्मत और बदलाव
- भूजल पुनर्भरण
- जल संरक्षण के उपाय
पानी की कमी से निपटने के लिए दीर्घकालिक योजनाएं
दिल्ली जल बोर्ड पानी की कमी से निपटने के लिए कई दीर्घकालिक योजनाओं पर काम कर रहा है। इनमें शामिल हैं:
- यमुना नदी का कायाकल्प: यमुना नदी को प्रदूषण मुक्त करने और उसके पानी का उपयोग करने की योजना है।
- वर्षा जल संचयन: शहर भर में वर्षा जल संचयन की सुविधाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- जल पुनर्चक्रण: उपयोग किए गए पानी को शोधित करके फिर से इस्तेमाल करने की योजना है।
- स्मार्ट मीटरिंग: पानी के उपयोग को बेहतर ढंग से मापने और नियंत्रित करने के लिए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं।
- जागरूकता अभियान: लोगों को पानी के संरक्षण के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं।
पानी बचाने के लिए आम जनता के लिए सुझाव
पानी की कमी से निपटने में आम जनता भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। कुछ सुझाव इस प्रकार हैं:
- नल को बंद करें: जब पानी का उपयोग न हो रहा हो, तो नल को बंद रखें।
- लीक की मरम्मत करें: घर में कहीं भी पानी का रिसाव हो तो तुरंत उसकी मरम्मत कराएं।
- कम पानी वाले उपकरण: कम पानी का उपयोग करने वाले नल, शावर और फ्लश का उपयोग करें।
- वर्षा जल संचयन: अपने घर या इमारत में वर्षा जल संचयन की व्यवस्था करें।
- पानी का पुन: उपयोग: बर्तन धोने या कपड़े धोने के पानी का उपयोग बागवानी के लिए करें।