कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) भारत में कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण बचत योजना है, जो उनके भविष्य को सुरक्षित रखने में मदद करती है। यह योजना कर्मचारियों और नियोक्ताओं द्वारा मासिक वेतन का एक हिस्सा योगदान करके संचालित होती है। EPF का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। हालांकि, समय-समय पर इसमें बदलाव किए जाते हैं, जिससे इसे और अधिक उपयोगी और आसान बनाया जा सके।
साल 2025 में EPF नियमों में कई बदलाव हुए हैं, जिससे निकासी प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। इस लेख में हम आपको EPF निकालने के नए नियम, प्रक्रिया, और निकासी की सीमाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
EPF Withdrawal Rules 2025 Overview
पहलू | विवरण |
पूरी निकासी | केवल रिटायरमेंट के बाद या 2 महीने की बेरोजगारी के दौरान पूरी निकासी संभव है। |
आंशिक निकासी | मेडिकल इमरजेंसी, शादी, घर खरीदने या निर्माण, उच्च शिक्षा आदि के लिए संभव। |
निकासी प्रक्रिया | ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से निकासी की सुविधा उपलब्ध। |
टैक्स नियम | 5 साल से पहले निकासी पर TDS लागू होता है; 5 साल के बाद टैक्स फ्री। |
नए बदलाव | कैंसिल चेक अपलोड करने की आवश्यकता समाप्त; बैंक वेरिफिकेशन आसान हुआ। |
ATM सुविधा | EPFO जल्द ही ATM कार्ड द्वारा निकासी की सुविधा शुरू करेगा। |
EPF Withdrawal Process in 2025
EPF निकालने की प्रक्रिया को अब पहले से अधिक सरल बना दिया गया है। इसे दो तरीकों से किया जा सकता है:
1. ऑनलाइन प्रक्रिया (Online Process)
ऑनलाइन निकासी प्रक्रिया सबसे तेज और सुविधाजनक है। इसके लिए निम्नलिखित स्टेप्स का पालन करें:
- UAN Portal पर लॉगिन करें: अपने UAN नंबर और पासवर्ड का उपयोग करके पोर्टल पर लॉगिन करें।
- KYC विवरण जांचें: सुनिश्चित करें कि आपका आधार, पैन और बैंक विवरण सत्यापित हैं।
- क्लेम फॉर्म भरें: ‘Claim (Form-31, 19, 10C & 10D)’ विकल्प चुनें और आवश्यक जानकारी भरें।
- निकासी का प्रकार चुनें: पूरी निकासी या आंशिक निकासी का विकल्प चुनें।
- डॉक्यूमेंट अपलोड करें: यदि आवश्यक हो तो स्कैन किए गए दस्तावेज़ अपलोड करें।
- सबमिट करें: आवेदन सबमिट करने के बाद SMS द्वारा अपडेट प्राप्त करें।
2. ऑफलाइन प्रक्रिया (Offline Process)
यदि आप ऑनलाइन प्रक्रिया में सहज नहीं हैं, तो आप ऑफलाइन तरीके से भी अपना EPF निकाल सकते हैं:
- EPFO ऑफिस जाएं।
- Composite Claim Form (Aadhaar/Non-Aadhaar) भरें।
- फॉर्म को संबंधित दस्तावेज़ों के साथ जमा करें।
- नियोक्ता द्वारा सत्यापन (यदि आवश्यक हो) करवाएं।
EPF निकासी की शर्तें और सीमाएं
EPF से आंशिक या पूरी राशि निकालने के लिए कुछ शर्तें लागू होती हैं:
- पूरी निकासी:
- रिटायरमेंट के बाद (58 वर्ष की आयु)।
- कम से कम 2 महीने तक बेरोजगार रहने पर।
- आंशिक निकासी:
- मेडिकल इमरजेंसी: कर्मचारी का हिस्सा या 6 महीने की सैलरी।
- शादी: कर्मचारी योगदान का 50%।
- घर खरीद/निर्माण: मासिक वेतन का 24 गुना या कुल योगदान।
- उच्च शिक्षा: कर्मचारी योगदान का 50%।
नए नियमों के तहत क्या बदला?
साल 2025 में EPFO ने कई सुधार किए हैं ताकि सदस्य आसानी से अपना PF निकाल सकें:
- कैंसिल चेक अपलोड करने की आवश्यकता समाप्त: अब चेक या बैंक पासबुक की फोटो अपलोड करने की जरूरत नहीं।
- बैंक वेरिफिकेशन आसान हुआ: आधार आधारित OTP वेरिफिकेशन द्वारा बैंक खाता बदलने की सुविधा।
- नियोक्ता सत्यापन समाप्त: बैंक डिटेल्स वेरिफाई करने के लिए नियोक्ता की मंजूरी अब जरूरी नहीं।
टैक्स नियम (Tax Rules)
EPF निकासी पर टैक्स निम्नलिखित स्थितियों में लागू होता है:
- यदि आप 5 साल से पहले EPF निकालते हैं:
- ₹50,000 से अधिक राशि पर TDS लागू होगा:
- PAN होने पर: 10% TDS।
- PAN न होने पर: 30% TDS।
- ₹50,000 से अधिक राशि पर TDS लागू होगा:
- यदि आप 5 साल बाद EPF निकालते हैं:
- टैक्स फ्री।
ATM द्वारा PF निकासी
EPFO जल्द ही ATM कार्ड जारी करेगा जिससे सदस्य दिन-रात किसी भी समय PF राशि निकाल सकेंगे। यह सुविधा वित्तीय वर्ष 2025-26 में लागू होने की उम्मीद है।
Disclaimer:
यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। EPF नियमों में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं, इसलिए नवीनतम जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों का संदर्भ लें।
EPF योजना वास्तविक और सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। इसका उद्देश्य कर्मचारियों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है।