1 मई से बंद हो जाएंगे लाखों बैंक अकाउंट! RBI का नया आदेश आया

देश में बैंकिंग सिस्टम को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए समय-समय पर नए नियम लागू किए जाते हैं। इस बार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बड़ा फैसला लिया है, जिससे लाखों लोगों के बैंक अकाउंट्स पर असर पड़ने वाला है। RBI के नए आदेश के मुताबिक, 1 मई 2025 से कई बैंक अकाउंट्स बंद हो सकते हैं। अगर आपके पास भी कोई बैंक अकाउंट है, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है।

RBI का यह कदम बैंकिंग फ्रॉड को रोकने, ग्राहकों की सुरक्षा बढ़ाने और बैंकिंग सिस्टम को और मजबूत करने के लिए उठाया गया है। खासतौर पर ऐसे अकाउंट्स जो लंबे समय से इस्तेमाल नहीं हो रहे या जिनमें बैलेंस नहीं है, उन्हें बंद करने का फैसला लिया गया है। इससे बैंकिंग सिस्टम में फालतू अकाउंट्स की संख्या कम होगी और साइबर अपराधों पर भी लगाम लगेगी।

नए नियमों के तहत, अगर किसी का अकाउंट डॉर्मेंट, इनएक्टिव या जीरो बैलेंस है, तो वह बंद हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि सभी बैंक ग्राहक अपने अकाउंट्स की स्थिति चेक करें और जरूरत पड़ने पर उन्हें एक्टिव करें। आइए विस्तार से जानते हैं कि RBI का यह नया आदेश क्या है, किसे इसका असर पड़ेगा और आप अपने अकाउंट को बंद होने से कैसे बचा सकते हैं।

RBI New Guidelines: Millions of Bank Accounts Will Be Closed from 1 May

योजना का नामविवरण
आदेश जारी करने वाली संस्थाभारतीय रिजर्व बैंक (RBI)
आदेश लागू होने की तिथि1 मई 2025
किन अकाउंट्स पर असरडॉर्मेंट, इनएक्टिव, जीरो बैलेंस अकाउंट्स
मुख्य उद्देश्यबैंकिंग सुरक्षा, पारदर्शिता, फ्रॉड रोकना
ग्राहकों के लिए सलाहअकाउंट एक्टिव रखें, KYC अपडेट करें
बचाव के उपायट्रांजेक्शन करें, न्यूनतम बैलेंस रखें
संभावित असरलाखों बैंक अकाउंट्स बंद हो सकते हैं

RBI के नए आदेश का मुख्य उद्देश्य

RBI ने यह फैसला इसलिए लिया है ताकि बैंकिंग सिस्टम को और सुरक्षित, पारदर्शी और प्रभावी बनाया जा सके। पिछले कुछ सालों में बैंक अकाउंट्स के जरिए साइबर फ्रॉड और धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं, खासतौर पर उन अकाउंट्स में जो लंबे समय से इस्तेमाल नहीं हो रहे। ऐसे में इन अकाउंट्स को बंद करना जरूरी हो गया है ताकि बैंकिंग सिस्टम में सिर्फ एक्टिव और सही अकाउंट्स ही बने रहें।

कौन-कौन से बैंक अकाउंट्स होंगे बंद?

RBI के नए आदेश के मुताबिक, तीन तरह के बैंक अकाउंट्स को बंद किया जाएगा:

  • डॉर्मेंट अकाउंट (Dormant Account)
  • इनएक्टिव अकाउंट (Inactive Account)
  • जीरो बैलेंस अकाउंट (Zero Balance Account)

अब जानते हैं इन तीनों अकाउंट्स के बारे में विस्तार से।

डॉर्मेंट अकाउंट क्या होता है?

डॉर्मेंट अकाउंट वह बैंक अकाउंट होता है जिसमें पिछले दो साल या उससे ज्यादा समय से कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ है। ऐसे अकाउंट्स में न तो पैसे जमा होते हैं और न ही निकाले जाते हैं। ये अकाउंट्स साइबर अपराधियों के लिए आसान टारगेट बन जाते हैं, क्योंकि इनका इस्तेमाल लंबे समय से नहीं हुआ होता। RBI के नए नियम के मुताबिक, ऐसे सभी डॉर्मेंट अकाउंट्स को 1 मई 2025 से बंद कर दिया जाएगा।

इनएक्टिव अकाउंट क्या होता है?

इनएक्टिव अकाउंट वह होता है जिसमें पिछले 12 महीने या उससे ज्यादा समय से कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ है। अगर आपके अकाउंट में एक साल से कोई लेनदेन नहीं हुआ है, तो वह इनएक्टिव की श्रेणी में आ जाता है। RBI ने ऐसे अकाउंट्स को भी बंद करने का आदेश दिया है। इससे बैंकिंग सिस्टम में अनावश्यक अकाउंट्स की संख्या कम होगी और फ्रॉड के खतरे भी घटेंगे।

जीरो बैलेंस अकाउंट क्या होता है?

जीरो बैलेंस अकाउंट वे अकाउंट्स होते हैं जिनमें लंबे समय से कोई बैलेंस नहीं है, यानी अकाउंट में पैसे नहीं हैं। ऐसे अकाउंट्स का कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा होता और इनका दुरुपयोग भी हो सकता है। RBI ने ऐसे अकाउंट्स को बंद करने का फैसला लिया है ताकि बैंकिंग सिस्टम में सिर्फ वही अकाउंट्स एक्टिव रहें, जिनका सही तरीके से इस्तेमाल हो रहा है।

RBI New Rule 2025: क्यों लिया गया यह फैसला?

  • बैंकिंग फ्रॉड रोकना: डॉर्मेंट और इनएक्टिव अकाउंट्स साइबर अपराधियों के लिए आसान टारगेट होते हैं। इन्हें बंद करने से फ्रॉड के मामले कम होंगे।
  • सिस्टम को पारदर्शी बनाना: फालतू अकाउंट्स हटने से बैंकिंग सिस्टम ज्यादा पारदर्शी और साफ-सुथरा होगा।
  • डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा: एक्टिव अकाउंट्स के जरिए डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा मिलेगा।
  • ग्राहकों की सुरक्षा: बंद अकाउंट्स के जरिए होने वाले फ्रॉड और धोखाधड़ी से ग्राहकों की सुरक्षा होगी।
  • ऑपरेशनल एफिशिएंसी: बैंकों के लिए अकाउंट्स का मैनेजमेंट आसान होगा और अनावश्यक बोझ कम होगा।

अकाउंट बंद होने से कैसे बचाएं? (How to Save Your Bank Account from Closure)

अगर आप नहीं चाहते कि आपका बैंक अकाउंट बंद हो, तो नीचे दिए गए आसान उपाय अपनाएं:

  • नियमित ट्रांजेक्शन करें: अपने अकाउंट में समय-समय पर पैसे जमा करें या निकालें।
  • KYC अपडेट रखें: बैंक में जाकर या ऑनलाइन अपने KYC डॉक्युमेंट्स अपडेट करें।
  • न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें: अपने अकाउंट में कम से कम जरूरी बैलेंस जरूर रखें।
  • बैंक से संपर्क करें: अगर आपका अकाउंट डॉर्मेंट या इनएक्टिव हो गया है, तो तुरंत बैंक ब्रांच जाकर उसे एक्टिवेट करवाएं।
  • इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करें: इससे भी आपका अकाउंट एक्टिव रहेगा।
  • SMS/Email अलर्ट्स देखें: बैंक की तरफ से आने वाले SMS या ईमेल अलर्ट्स को नजरअंदाज न करें, इनमें जरूरी जानकारी होती है।

RBI के नए नियमों का असर किन पर पड़ेगा?

  • जिन लोगों के पास कई सालों से बिना इस्तेमाल किए गए अकाउंट्स हैं।
  • जिनका अकाउंट पिछले एक-दो साल से इनएक्टिव या डॉर्मेंट पड़ा है।
  • जिनके अकाउंट्स में लंबे समय से बैलेंस नहीं है।
  • छोटे व्यापारी, स्टूडेंट्स, बुजुर्ग और ऐसे लोग जिनके कई अकाउंट्स हैं, उन्हें खास ध्यान देना चाहिए।

बैंक अकाउंट्स बंद होने के फायदे और नुकसान

फायदेनुकसान
बैंकिंग फ्रॉड में कमीजिनका जरूरी अकाउंट बंद हो गया, उन्हें परेशानी
सिस्टम पारदर्शी और सुरक्षितKYC और डॉक्युमेंटेशन का झंझट
डिजिटलाइजेशन को बढ़ावाग्रामीण इलाकों में जागरूकता की कमी
बैंकों का ऑपरेशनल बोझ कमअकाउंट दोबारा खोलने की प्रक्रिया लंबी

बैंक अकाउंट एक्टिवेट करने की प्रक्रिया

  • बैंक ब्रांच जाएं और अपनी पहचान साबित करें।
  • KYC डॉक्युमेंट्स (आधार, पैन, फोटो आदि) जमा करें।
  • एक छोटा सा ट्रांजेक्शन करें (जैसे ₹1 जमा या निकासी)।
  • बैंक अधिकारी से अकाउंट एक्टिवेट करने की रिक्वेस्ट करें।
  • मोबाइल या इंटरनेट बैंकिंग से भी KYC अपडेट किया जा सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1: क्या मेरा अकाउंट भी बंद हो सकता है?
अगर आपके अकाउंट में पिछले 12 महीने या 2 साल से कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ है या उसमें बैलेंस नहीं है, तो हां, आपका अकाउंट बंद हो सकता है।

Q2: अकाउंट बंद होने के बाद क्या होगा?
अगर आपका अकाउंट बंद हो जाता है, तो आपको बैंक में जाकर दोबारा KYC और डॉक्युमेंटेशन करवाना होगा। इसके बाद ही अकाउंट दोबारा एक्टिव होगा।

Q3: क्या ऑनलाइन KYC से भी अकाउंट एक्टिवेट हो सकता है?
हां, कई बैंक ऑनलाइन KYC की सुविधा देते हैं। आप मोबाइल या इंटरनेट बैंकिंग के जरिए भी KYC अपडेट कर सकते हैं।

Q4: क्या सभी बैंकों पर यह नियम लागू होगा?
हां, RBI के आदेश के बाद सभी सरकारी और प्राइवेट बैंकों को यह नियम लागू करना होगा।

Q5: जीरो बैलेंस अकाउंट में कितना बैलेंस रखना जरूरी है?
कम से कम एक ट्रांजेक्शन या न्यूनतम बैलेंस रखना जरूरी है, ताकि अकाउंट एक्टिव रहे।

जरूरी सलाह (Important Tips)

  • अपने सभी बैंक अकाउंट्स की स्थिति समय-समय पर चेक करें।
  • अगर आपके पास पुराने या बिना इस्तेमाल के अकाउंट्स हैं, तो उन्हें एक्टिवेट करवाएं या बंद करवा दें।
  • बैंक से आने वाले मैसेज और ईमेल्स को जरूर पढ़ें।
  • किसी भी तरह की दिक्कत होने पर तुरंत बैंक ब्रांच या कस्टमर केयर से संपर्क करें।

निष्कर्ष

RBI के नए आदेश से बैंकिंग सिस्टम और ग्राहकों की सुरक्षा बढ़ेगी, लेकिन जिन लोगों के अकाउंट्स लंबे समय से इनएक्टिव हैं, उन्हें परेशानी हो सकती है। ऐसे में सभी बैंक ग्राहक समय रहते अपने अकाउंट्स की स्थिति चेक करें और जरूरी कार्रवाई करें। इससे आपका अकाउंट सुरक्षित रहेगा और आप बैंकिंग की सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।

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Disclaimer:
यह जानकारी RBI द्वारा घोषित नए नियमों पर आधारित है, जो 1 मई 2025 से लागू होंगे। यह आदेश पूरी तरह से असली है और सभी बैंकों को इसे लागू करना जरूरी है। अगर आपके पास भी डॉर्मेंट, इनएक्टिव या जीरो बैलेंस अकाउंट है, तो तुरंत बैंक से संपर्क करें और अपने अकाउंट को एक्टिवेट रखें। किसी भी अफवाह या गलत जानकारी पर ध्यान न दें, हमेशा बैंक की आधिकारिक सूचना पर ही भरोसा करें।

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