भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हमेशा चर्चा का विषय रहती हैं। हाल ही में, 8 अप्रैल 2025 से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में राहत की खबर आई है। केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी की है, लेकिन इसका असर उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा। इस लेख में हम जानेंगे कि यह बदलाव कैसे हुआ, इसके पीछे की वजहें, और आपके शहर में नई कीमतें क्या हैं।
Petrol-Diesel Prices Update: Key Details
नीचे एक टेबल के माध्यम से इस बदलाव का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:
विवरण | जानकारी |
तारीख | 8 अप्रैल 2025 |
एक्साइज ड्यूटी बढ़ोतरी | पेट्रोल: ₹2/लीटर, डीजल: ₹2/लीटर |
नई एक्साइज ड्यूटी दरें | पेट्रोल: ₹13/लीटर, डीजल: ₹10/लीटर |
उपभोक्ता पर असर | कोई बदलाव नहीं |
ग्लोबल ऑयल प्राइस | $60 प्रति बैरल (लगभग) |
पिछली कटौती | मार्च 2025 |
पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें आपके शहर में
8 अप्रैल 2025 से लागू नई कीमतें नीचे दी गई हैं। ये कीमतें प्रमुख शहरों के लिए हैं:
शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
नई दिल्ली | ₹94.77 | ₹87.67 |
मुंबई | ₹103.50 | ₹90.03 |
चेन्नई | ₹100.80 | ₹92.39 |
बेंगलुरु | ₹102.98 | ₹88.99 |
हैदराबाद | ₹107.46 | ₹95.70 |
कोलकाता | ₹105.01 | ₹91.82 |
एक्साइज ड्यूटी बढ़ोतरी का कारण
सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में वृद्धि की घोषणा की है। इसके पीछे कई कारण हैं:
- ग्लोबल ऑयल प्राइस गिरावट: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड और WTI क्रूड दोनों ने अप्रैल 2021 के बाद अपने सबसे निचले स्तर को छुआ।
- राजस्व स्थिरता: सरकार ने इस कदम को राजस्व बढ़ाने के लिए उठाया है, ताकि सामाजिक कल्याण और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को फंड किया जा सके।
- उपभोक्ता पर प्रभाव नहीं: तेल कंपनियों को निर्देश दिया गया है कि वे खुदरा कीमतों को स्थिर रखें।
क्या उपभोक्ताओं पर असर होगा?
सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस बढ़ोतरी का भार उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा। तेल कंपनियां इस वृद्धि को अपने मार्जिन से समायोजित करेंगी।
मुख्य बिंदु:
- खुदरा कीमतों में कोई वृद्धि नहीं होगी।
- भविष्य में यदि ग्लोबल ऑयल प्राइस बढ़ते हैं, तो इसका असर हो सकता है।
प्रमुख शहरों की तुलना
नीचे विभिन्न शहरों के पेट्रोल और डीजल की कीमतों की तुलना दी गई है:
शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
पुणे | ₹104.04 | ₹90.57 |
जयपुर | ₹104.72 | ₹90.21 |
लखनऊ | ₹94.69 | ₹87.80 |
इंदौर | ₹106.48 | ₹91.88 |
पटना | ₹105.58 | ₹93.80 |
ग्लोबल ऑयल मार्केट का प्रभाव
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने भारत को एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने का अवसर दिया।
- ब्रेंट क्रूड: $63 प्रति बैरल
- WTI क्रूड: $59 प्रति बैरल
यह गिरावट अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध के कारण हुई है, जिससे वैश्विक मांग प्रभावित हुई।
सरकार का दृष्टिकोण
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यह कदम उपभोक्ताओं को प्रभावित किए बिना राजस्व बढ़ाने के लिए उठाया गया है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में ईंधन की कीमतों में और कटौती संभव हो सकती है।
विपक्ष का रुख
विपक्षी दलों ने सरकार के इस कदम की आलोचना करते हुए इसे “जनता के साथ अन्याय” करार दिया है। उनका कहना है कि जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल सस्ता हो रहा है, तो इसका लाभ जनता तक पहुंचाना चाहिए।
निष्कर्ष
8 अप्रैल 2025 से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं होगा, हालांकि एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई है। यह कदम उपभोक्ताओं को राहत देने वाला साबित हुआ है क्योंकि खुदरा कीमतें स्थिर रहेंगी।
Disclaimer:
यह जानकारी सरकारी अधिसूचना और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। वास्तविकता यह है कि खुदरा कीमतों पर अभी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन भविष्य में ग्लोबल ऑयल प्राइस बढ़ने पर स्थिति बदल सकती है।