आजकल हर नौकरीपेशा व्यक्ति के लिए Provident Fund (PF) एक बहुत जरूरी बचत है। Employees’ Provident Fund Organisation (EPFO) देशभर के करोड़ों कर्मचारियों का PF संभालता है। समय-समय पर EPFO अपने नियमों में बदलाव करता है ताकि PF क्लेम करना, पैसा निकालना और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया आसान हो सके। अप्रैल 2025 में EPFO ने तीन बड़े बदलाव किए हैं, जिनसे PF क्लेम और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पहले से कहीं ज्यादा आसान और तेज हो गई है।
इन बदलावों का असर करोड़ों EPFO सदस्यों और उनके नियोक्ताओं (Employers) पर पड़ेगा। अब PF निकालना, क्लेम करना या बैंक अकाउंट वेरिफाई करवाना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है। EPFO के ये नए नियम न सिर्फ कर्मचारियों के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि नियोक्ताओं के लिए भी काम आसान बनाते हैं। आइए जानते हैं इन तीन बड़े बदलावों के बारे में विस्तार से और अब आपको क्लेम से लेकर वेरिफिकेशन तक क्या करना होगा।
EPFO New Rules 2025: Overview Table
नियम का नाम | बदलाव का संक्षिप्त विवरण |
Cheque Leaf Upload Requirement | अब क्लेम के समय चेक या पासबुक की फोटो अपलोड करना जरूरी नहीं |
Employer Approval for Bank Verification | बैंक वेरिफिकेशन के बाद नियोक्ता की मंजूरी जरूरी नहीं |
Face Verification for UAN | अब फेस वेरिफिकेशन से UAN जनरेट/एक्टिवेट हो सकता है |
Claim Settlement Process | प्रक्रिया और तेज और आसान हो गई है |
KYC Verification | केवाईसी अब सेंट्रलाइज्ड आईटी सिस्टम से होती है |
Withdrawal via UPI/ATM (आने वाला फीचर) | जल्द ही UPI/ATM से भी PF निकासी संभव होगी |
Total Beneficiaries | लगभग 7.7 करोड़ EPFO सदस्य |
Implementation Date | अप्रैल 2025 से लागू |
EPFO New Rules 2025: क्या बदला है PF में?
EPFO ने अप्रैल 2025 में PF क्लेम और वेरिफिकेशन से जुड़े तीन बड़े नियमों में बदलाव किए हैं। ये बदलाव न सिर्फ प्रक्रिया को आसान बनाते हैं, बल्कि क्लेम रिजेक्शन और देरी की समस्याएं भी काफी हद तक खत्म करते हैं। नीचे इन बदलावों को विस्तार से समझिए:
1. Cheque या Passbook Upload Requirement खत्म
पहले जब कोई EPFO सदस्य ऑनलाइन PF क्लेम करता था, तो उसे अपने बैंक अकाउंट की डिटेल्स वेरिफाई कराने के लिए चेक लीफ (Cancelled Cheque) या बैंक पासबुक की फोटो अपलोड करनी पड़ती थी। अगर फोटो अच्छी क्वालिटी की नहीं होती थी, तो क्लेम रिजेक्ट हो जाता था। अब यह नियम पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है।
- अब आपको PF क्लेम के समय चेक या पासबुक की फोटो अपलोड करने की जरूरत नहीं है।
- यह बदलाव सभी EPFO सदस्यों के लिए लागू है।
- इससे क्लेम रिजेक्शन के मामले कम होंगे और प्रक्रिया तेज होगी।
- यह नियम मई 2024 में पायलट बेसिस पर शुरू हुआ था और अब सभी के लिए लागू हो गया है।
- लगभग 7.7 करोड़ सदस्य इस बदलाव से लाभान्वित होंगे।
2. Employer Approval for Bank Account Verification खत्म
पहले बैंक अकाउंट वेरिफिकेशन के बाद भी नियोक्ता (Employer) की मंजूरी जरूरी होती थी। बैंक वेरिफिकेशन में लगभग 3 दिन लगते थे और नियोक्ता की मंजूरी में औसतन 13 दिन और लग जाते थे। अब यह स्टेप भी हटा दिया गया है।
- अब बैंक अकाउंट वेरिफिकेशन के बाद नियोक्ता की मंजूरी की जरूरत नहीं है।
- इससे क्लेम प्रोसेसिंग का समय काफी कम हो गया है।
- अब बैंक अकाउंट वेरिफिकेशन डायरेक्ट आधार OTP के जरिए हो सकता है।
- इससे 15 लाख से ज्यादा सदस्यों को तुरंत फायदा मिलेगा, जिनके क्लेम नियोक्ता की मंजूरी के कारण अटके थे।
- यह बदलाव Ease of Doing Business और Ease of Living के लिए किया गया है।
3. Face Verification से UAN जनरेट और एक्टिवेट
EPFO ने UAN (Universal Account Number) जनरेट और एक्टिवेट करने के लिए फेस वेरिफिकेशन (Face Verification) की सुविधा शुरू की है। अब नए कर्मचारी या जिनका UAN एक्टिवेट नहीं है, वे Umang App की मदद से फेस वेरिफिकेशन के जरिए यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
- Umang App से आधार फेस वेरिफिकेशन टेक्नोलॉजी की मदद से UAN जनरेट/एक्टिवेट करें।
- इससे नियोक्ता और कर्मचारी दोनों के लिए प्रक्रिया आसान हो गई है।
- अब नए कर्मचारी का UAN तुरंत जनरेट हो सकता है।
EPFO के नए नियमों के फायदे
इन बदलावों के बाद EPFO के सदस्यों और नियोक्ताओं को कई फायदे होंगे:
- क्लेम प्रक्रिया तेज और आसान: अब क्लेम रिजेक्शन के मामले कम होंगे और प्रोसेसिंग में देरी नहीं होगी।
- डॉक्युमेंटेशन कम: अब कम डॉक्युमेंट्स की जरूरत है, जिससे प्रक्रिया में पारदर्शिता और सरलता आई है।
- ऑनलाइन प्रक्रिया आसान: अब PF क्लेम, बैंक वेरिफिकेशन और UAN एक्टिवेशन सब कुछ ऑनलाइन और आसान हो गया है।
- नियोक्ताओं का काम कम: अब नियोक्ताओं को हर क्लेम या वेरिफिकेशन के लिए मंजूरी नहीं देनी पड़ेगी, जिससे उनका समय बचेगा।
- आधार OTP वेरिफिकेशन: बैंक अकाउंट वेरिफिकेशन अब आधार OTP से हो सकता है, जिससे प्रक्रिया और तेज हो गई है।
PF Claim Settlement Process: नया तरीका
अब EPFO में PF क्लेम करने का तरीका और भी आसान हो गया है। नीचे स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस जानिए:
- EPFO की वेबसाइट या Umang App पर लॉगिन करें।
- अपना UAN और पासवर्ड डालें।
- Online Services में जाकर Claim (Form-31, 19, 10C & 10D) चुनें।
- बैंक अकाउंट डिटेल्स डालें (जो UAN से लिंक है)।
- अब आपको चेक या पासबुक की फोटो अपलोड करने की जरूरत नहीं है।
- आधार OTP वेरिफिकेशन करें।
- क्लेम सबमिट करें।
- अब नियोक्ता की मंजूरी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्लेम डायरेक्ट प्रोसेस हो जाएगा।
- क्लेम स्टेटस ऑनलाइन ट्रैक करें।
EPFO के नए नियम: आसान भाषा में समझें
- अब PF निकालने के लिए आपको न तो चेक की फोटो अपलोड करनी है, न ही नियोक्ता की मंजूरी लेनी है।
- बैंक वेरिफिकेशन आधार OTP से हो जाएगा।
- UAN जनरेट/एक्टिवेट करने के लिए फेस वेरिफिकेशन का ऑप्शन है।
- क्लेम प्रक्रिया पहले से कहीं ज्यादा तेज और आसान हो गई है।
PF Withdrawal via UPI/ATM: जल्द आ सकता है नया फीचर
EPFO जल्द ही PF निकालने के लिए UPI और ATM की सुविधा भी शुरू कर सकता है। इसका मतलब है कि आप अपने PF अकाउंट से पैसे UPI या ATM से भी निकाल सकेंगे, जैसे बैंक अकाउंट से निकालते हैं। यह सुविधा मई या जून 2025 तक शुरू हो सकती है।
EPFO New Rules 2025: Important Points
- EPFO के नए नियम अप्रैल 2025 से लागू हैं।
- अब लगभग 8 करोड़ EPFO सदस्य इन बदलावों का फायदा उठा सकते हैं।
- बैंक वेरिफिकेशन और क्लेम प्रोसेसिंग में लगने वाला समय काफी कम हो गया है।
- क्लेम रिजेक्शन के मामले भी घटेंगे।
- PF Withdrawal अब ज्यादा आसान और तेज हो गया है।
EPFO के नए नियम: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. क्या अब PF क्लेम के लिए चेक या पासबुक अपलोड करना जरूरी है?
नहीं, अब यह जरूरी नहीं है। प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन और पेपरलेस हो गई है।
Q2. बैंक अकाउंट वेरिफिकेशन के लिए नियोक्ता की मंजूरी जरूरी है?
नहीं, अब बैंक वेरिफिकेशन के बाद नियोक्ता की मंजूरी की जरूरत नहीं है।
Q3. UAN जनरेट या एक्टिवेट करने के लिए क्या करना होगा?
अब आप Umang App से फेस वेरिफिकेशन के जरिए UAN जनरेट या एक्टिवेट कर सकते हैं।
Q4. PF Withdrawal में कितना समय लगेगा?
अब प्रक्रिया तेज हो गई है, क्योंकि डॉक्युमेंट अपलोड और नियोक्ता की मंजूरी की जरूरत नहीं है।
Q5. क्या PF UPI या ATM से निकाला जा सकता है?
यह सुविधा जल्द ही शुरू हो सकती है, जिससे PF निकालना और आसान हो जाएगा।
EPFO New Rules 2025: Comparison Table (Old vs New)
पुराना नियम | नया नियम |
चेक या पासबुक की फोटो अपलोड जरूरी | अब अपलोड जरूरी नहीं |
बैंक वेरिफिकेशन के बाद नियोक्ता की मंजूरी जरूरी | अब मंजूरी जरूरी नहीं |
UAN जनरेट/एक्टिवेट में फेस वेरिफिकेशन नहीं था | अब फेस वेरिफिकेशन से UAN जनरेट/एक्टिवेट संभव |
क्लेम प्रोसेसिंग में 15-16 दिन लग सकते थे | अब प्रक्रिया तेज, 3-5 दिन में क्लेम सेटलमेंट संभव |
डॉक्युमेंटेशन ज्यादा | डॉक्युमेंटेशन कम और पेपरलेस |
EPFO और PF के नए नियम: क्यों जरूरी हैं ये बदलाव?
- डिजिटल इंडिया के तहत सभी सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन और आसान बनाना सरकार का लक्ष्य है।
- EPFO के ये नए नियम कर्मचारियों के लिए फायदेमंद हैं, क्योंकि अब उन्हें कम समय में PF क्लेम मिल सकता है।
- नियोक्ताओं के लिए भी काम कम हो गया है, जिससे उनका समय और मेहनत दोनों बचेंगे।
- क्लेम रिजेक्शन के मामले कम होंगे, जिससे EPFO पर भी वर्कलोड कम होगा।
Disclaimer:
यह लेख EPFO द्वारा हाल ही में किए गए नियमों में बदलावों पर आधारित है। EPFO के नए नियम पूरी तरह से असली हैं और सरकार द्वारा जारी किए गए हैं। इन बदलावों का उद्देश्य PF क्लेम और वेरिफिकेशन प्रक्रिया को आसान, तेज और पारदर्शी बनाना है। सभी EPFO सदस्य और नियोक्ता इन नियमों का लाभ उठा सकते हैं। अगर आपको किसी भी प्रकार की समस्या आती है, तो आप EPFO की आधिकारिक वेबसाइट या Umang App की मदद ले सकते हैं।
इन नियमों के लागू होने से PF क्लेम करना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है और अब आपको डॉक्युमेंटेशन या नियोक्ता की मंजूरी के झंझट में नहीं पड़ना पड़ेगा।
नोट: अगर भविष्य में EPFO कोई और बदलाव करता है, तो उसकी जानकारी भी आपको इसी तरह मिलती रहेगी। PF से जुड़े सभी अपडेट्स के लिए जुड़े रहें!