प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई है। इस योजना के तहत, कारीगरों को उनके कौशल को बढ़ाने, आधुनिक उपकरण प्राप्त करने और अपने व्यवसाय को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। योजना का एक प्रमुख हिस्सा है ₹15,000 तक का टूलकिट, जो कारीगरों को उनके काम में सहायता करने के लिए दिया जाता है।
हालांकि, कई लाभार्थियों के लिए इस टूलकिट को ऑर्डर करना और फिर उसकी स्थिति का पता लगाना एक चुनौती हो सकती है। इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपने PM Vishwakarma Yojana टूलकिट का ऑर्डर ट्रैक कर सकते हैं और इस प्रक्रिया को आसान बना सकते हैं। साथ ही, हम योजना के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी प्रकाश डालेंगे, जिससे आपको इस योजना का पूरा लाभ उठाने में मदद मिलेगी।
PM Vishwakarma Yojana: एक संक्षिप्त परिचय
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भारत के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। यह योजना उन लोगों को समर्थन देने के लिए डिज़ाइन की गई है जो अपने हाथों और पारंपरिक उपकरणों से काम करते हैं। इस योजना का उद्देश्य इन कारीगरों को आधुनिक तकनीक और बाजार से जोड़ना है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके और उनके कौशल का संरक्षण हो सके।
योजना की मुख्य विशेषताएं
विशेषता | विवरण |
लक्षित समूह | 18 पारंपरिक व्यवसायों के कारीगर और शिल्पकार |
आयु सीमा | 18 वर्ष या उससे अधिक |
टूलकिट सहायता | ₹15,000 तक का ई-वाउचर |
प्रशिक्षण | बेसिक और एडवांस्ड ट्रेनिंग |
ऋण सुविधा | ₹3 लाख तक का कोलैटरल-फ्री लोन |
ब्याज दर | 5% वार्षिक (8% सरकारी सब्सिडी के साथ) |
डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन | प्रति लेनदेन ₹1 (अधिकतम 100 लेनदेन प्रति माह) |
योजना अवधि | 2023-24 से 2027-28 तक |
टूलकिट ऑर्डर करने की प्रक्रिया
PM Vishwakarma Yojana के तहत टूलकिट प्राप्त करने के लिए, लाभार्थियों को एक निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होता है। यहां इस प्रक्रिया के मुख्य चरण दिए गए हैं:
- योजना में पंजीकरण: सबसे पहले, कारीगरों को अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर योजना में पंजीकरण कराना होगा।
- आधार प्रमाणीकरण: पंजीकरण के दौरान आधार कार्ड द्वारा पहचान की पुष्टि की जाएगी।
- प्रमाणपत्र और ID कार्ड: सफल पंजीकरण के बाद, लाभार्थी को PM Vishwakarma प्रमाणपत्र और ID कार्ड जारी किया जाएगा।
- कौशल मूल्यांकन: लाभार्थी का वर्तमान कौशल स्तर का मूल्यांकन किया जाएगा।
- बेसिक ट्रेनिंग: 5-7 दिनों का बेसिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- टूलकिट ऑर्डर: बेसिक ट्रेनिंग के बाद, लाभार्थी ₹15,000 तक के टूलकिट के लिए ऑर्डर दे सकता है।
टूलकिट ऑर्डर ट्रैक करने का तरीका
अब आइए जानें कि आप अपने PM Vishwakarma Yojana टूलकिट का ऑर्डर कैसे ट्रैक कर सकते हैं:
- ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले pmvishwakarma.gov.in पर जाएं।
- लॉगिन करें: अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर और OTP का उपयोग करके लॉगिन करें।
- डैशबोर्ड देखें: लॉगिन के बाद, अपने डैशबोर्ड पर जाएं।
- टूलकिट स्टेटस चेक करें: ‘टूलकिट स्टेटस’ या ‘ऑर्डर स्टेटस’ जैसे ऑप्शन पर क्लिक करें।
- ट्रैकिंग डिटेल्स देखें: यहां आपको अपने टूलकिट की वर्तमान स्थिति दिखाई देगी।
टूलकिट स्टेटस के विभिन्न चरण
- ऑर्डर प्लेस्ड: आपका ऑर्डर सिस्टम में दर्ज हो गया है।
- प्रोसेसिंग: आपका टूलकिट तैयार किया जा रहा है।
- शिप्ड: टूलकिट आपके पते पर भेज दिया गया है।
- आउट फॉर डिलीवरी: टूलकिट आपके क्षेत्र में पहुंच गया है और जल्द ही डिलीवर किया जाएगा।
- डिलीवर्ड: टूलकिट आपको सफलतापूर्वक प्राप्त हो गया है।
टूलकिट डिलीवरी प्रक्रिया
PM Vishwakarma Yojana के तहत टूलकिट की डिलीवरी एक विशेष प्रक्रिया के माध्यम से की जाती है:
- इंडियन पोस्ट द्वारा डिलीवरी: टूलकिट को भारतीय डाक सेवा के माध्यम से भेजा जाता है।
- OTP वेरिफिकेशन: डिलीवरी के समय, लाभार्थी को एक OTP दिया जाएगा जिसे वेरिफाई करना होगा।
- खुली स्थिति में डिलीवरी: टूलकिट को खुली स्थिति में डिलीवर किया जाएगा ताकि लाभार्थी इसकी जांच कर सके।
- वीडियो रिकॉर्डिंग: डिलीवरी प्रक्रिया का एक वीडियो रिकॉर्ड किया जाएगा और NSIC पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।
टूलकिट के प्रकार और उपयोग
PM Vishwakarma Yojana के तहत विभिन्न प्रकार के टूलकिट उपलब्ध हैं, जो अलग-अलग व्यवसायों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। कुछ प्रमुख टूलकिट हैं:
- कारपेंटर टूलकिट: इसमें आधुनिक ड्रिल मशीन, आरी, और अन्य लकड़ी के काम के उपकरण शामिल हैं।
- लोहार टूलकिट: इसमें हथौड़े, चिमटे, और धातु काटने के उपकरण होते हैं।
- दर्जी टूलकिट: इसमें सिलाई मशीन, कैंची, और मापने के उपकरण शामिल हैं।
- कुम्हार टूलकिट: इसमें मिट्टी के बर्तन बनाने के लिए विशेष उपकरण होते हैं।
टूलकिट का प्रभावी उपयोग
- प्रशिक्षण लें: टूलकिट के साथ दिए गए निर्देशों को ध्यान से पढ़ें और समझें।
- सुरक्षा सावधानियां बरतें: उपकरणों का उपयोग करते समय सुरक्षा उपकरण पहनें।
- नियमित रखरखाव: टूलकिट के उपकरणों की नियमित सफाई और देखभाल करें।
- उत्पादकता बढ़ाएं: नए उपकरणों का उपयोग करके अपने काम की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार करें।
योजना के अन्य लाभ
PM Vishwakarma Yojana केवल टूलकिट तक ही सीमित नहीं है। यह योजना कारीगरों को कई अन्य तरीकों से भी लाभ पहुंचाती है:
- कौशल उन्नयन: बेसिक और एडवांस्ड ट्रेनिंग के माध्यम से कारीगरों के कौशल को बढ़ाया जाता है।
- वित्तीय सहायता: ₹3 लाख तक का कम ब्याज वाला ऋण उपलब्ध कराया जाता है।
- डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन: डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
- मार्केटिंग सपोर्ट: उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के लिए मार्केटिंग सहायता प्रदान की जाती है।
- सामाजिक सुरक्षा: कारीगरों को विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ा जाता है।
अस्वीकरण (Disclaimer)
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। हालांकि हमने सटीक जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है, फिर भी सरकारी नियमों और प्रक्रियाओं में समय-समय पर बदलाव हो सकता है। कृपया नवीनतम और आधिकारिक जानकारी के लिए PM Vishwakarma Yojana की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी सरकारी कार्यालय से संपर्क करें। इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी कार्य के लिए लेखक या प्रकाशक जिम्मेदार नहीं होंगे।