PM Vishwakarma Yojana Training Center List 2025: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता और कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है। यह योजना विशेष रूप से उन कारीगरों के लिए है जो अपने कौशल के माध्यम से जीविका कमाते हैं।
इस योजना के तहत, कारीगरों को न केवल वित्तीय सहायता दी जाएगी, बल्कि उन्हें आधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। सरकार ने इस योजना के लिए 13,000 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। इससे कारीगरों को 5% ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा और प्रशिक्षण के दौरान प्रतिदिन 500 रुपये का भत्ता भी दिया जाएगा।
पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है?
पीएम विश्वकर्मा योजना एक ऐसी पहल है जो भारत के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है। यह योजना उन्हें आधुनिक तकनीकों से अवगत कराने, उनके कौशल को बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने का प्रयास करती है।
पीएम विश्वकर्मा योजना का अवलोकन
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | पीएम विश्वकर्मा योजना |
शुरू की गई | 17 सितंबर 2023 |
बजट | 13,000 करोड़ रुपये |
लाभार्थी | पारंपरिक कारीगर और शिल्पकार |
ऋण राशि | 3 लाख रुपये तक |
ब्याज दर | 5% प्रतिवर्ष |
प्रशिक्षण भत्ता | 500 रुपये प्रतिदिन |
कार्यान्वयन | 31 राज्य और 520 जिले |
पीएम विश्वकर्मा योजना के उद्देश्य
इस योजना के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- कारीगरों का सशक्तिकरण: कारीगरों और शिल्पकारों को ‘विश्वकर्मा’ के रूप में मान्यता देना और उन्हें योजना के तहत विभिन्न लाभों के लिए पात्र बनाना।
- आर्थिक सहायता: कारीगरों को 3 लाख रुपये तक का ऋण 5% ब्याज पर उपलब्ध कराना।
- कौशल प्रशिक्षण: कारीगरों को आधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण देना, जिससे वे अपने कौशल को और बेहतर बना सकें।
- स्वरोजगार को बढ़ावा: योजना का उद्देश्य कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि वे अपने व्यवसाय को स्थापित कर सकें।
- पारंपरिक कला का संरक्षण: भारत की समृद्ध शिल्प विरासत को संरक्षित करना और बढ़ावा देना।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ
इस योजना के अंतर्गत कारीगरों को कई लाभ मिलेंगे:
- प्रशिक्षण भत्ता: कारीगरों को प्रतिदिन 500 रुपये का भत्ता दिया जाएगा।
- ऋण की सुविधा: कारीगरों को 3 लाख रुपये तक का ऋण 5% ब्याज पर उपलब्ध कराया जाएगा।
- प्रमाण पत्र: प्रशिक्षण पूरा करने के बाद कारीगरों को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
- टूलकिट सहायता: कारीगरों को टूलकिट खरीदने के लिए 15,000 रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
- डिजिटल और वित्तीय साक्षरता: कारीगरों को डिजिटल और वित्तीय साक्षरता का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए पात्रता
इस योजना के लिए पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं:
- आवेदक की आयु 18 से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आवेदक को भारत का नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक को किसी पारंपरिक व्यवसाय या शिल्प में कार्यरत होना चाहिए।
- आवेदक के पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत शामिल व्यवसाय
इस योजना के तहत 18 प्रकार के पारंपरिक व्यवसाय शामिल किए गए हैं:
- बढ़ई (Carpenter)
- लोहार (Blacksmith)
- स्वर्णकार (Goldsmith)
- कुम्हार (Potter)
- नाई (Barber)
- धोबी (Washerman)
- दर्जी (Tailor)
- जूता मरम्मत करने वाले (Cobbler)
- मूर्तिकार (Sculptor)
- बुनकर (Weaver)
- बांस कारीगर (Bamboo Artisan)
- तांबा कारीगर (Coppersmith)
- स्टोन मेसन (Stone Mason)
- लकड़ी का काम करने वाले (Woodworker)
- मालाकार (Garland Maker)
- लॉक और की मेकर (Lock and Key Maker)
- तेली (Oil Presser)
- मनिहार (Toy Maker)
पीएम विश्वकर्मा योजना ट्रेनिंग सेंटर की सूची
PM विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत देशभर में 3,715 प्रशिक्षण केंद्र और 758 ट्रेनिंग प्रदाता कार्यरत हैं। ये केंद्र विभिन्न राज्यों में स्थित हैं और कारीगरों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।
राज्यवार ट्रेनिंग सेंटर की संख्या
राज्य | ट्रेनिंग सेंटर की संख्या |
कर्नाटक | 1240 |
महाराष्ट्र | 807 |
राजस्थान | 694 |
मध्य प्रदेश | 638 |
उत्तर प्रदेश | 619 |
गुजरात | 567 |
असम | 425 |
जम्मू और कश्मीर | 413 |
आंध्र प्रदेश | 337 |
छत्तीसगढ़ | 314 |
बिहार | 310 |
तेलंगाना | 208 |
ओडिशा | 186 |
हरियाणा | 168 |
हिमाचल प्रदेश | 118 |
झारखंड | 117 |
पंजाब | 98 |
केरल | 88 |
उत्तराखंड | 85 |
त्रिपुरा | 58 |
तमिलनाडु | 46 |
पश्चिम बंगाल | 33 |
गोवा | 22 |
नागालैंड | 22 |
दिल्ली | 21 |
पीएम विश्वकर्मा योजना ट्रेनिंग सेंटर कैसे खोजें?
अपने नजदीकी ट्रेनिंग सेंटर की जानकारी प्राप्त करने के लिए आप निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं:
- ऑनलाइन चेक करें:
- पीएम विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- ‘Dashboard’ ऑप्शन पर क्लिक करें।
- ‘Training Center’ विकल्प चुनें।
- अपने राज्य और जिले का चयन करें।
- ‘Focus Mode’ पर क्लिक करके विस्तृत जानकारी देखें।
- स्थानीय कार्यालय से संपर्क करें:
- अपने नजदीकी सरकारी कार्यालय से संपर्क करें।
- वहां से आप अपने क्षेत्र के ट्रेनिंग सेंटर की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- हेल्पलाइन नंबर का उपयोग करें:
- पीएम विश्वकर्मा योजना की हेल्पलाइन पर कॉल करें।
- अपने क्षेत्र के ट्रेनिंग सेंटर के बारे में पूछें।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
इस योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया निम्नलिखित है:
- पीएम विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- ‘नया पंजीकरण’ पर क्लिक करें।
- अपना आधार नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- OTP की पुष्टि करें।
- अपनी व्यक्तिगत जानकारी भरें।
- अपने व्यवसाय और अनुभव के बारे में जानकारी दें।
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- फॉर्म जमा करें और पंजीकरण संख्या प्राप्त करें।
अस्वीकरण (Disclaimer)
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। हालांकि हमने सटीक जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है, फिर भी योजना के नियम और शर्तों में समय-समय पर बदलाव हो सकता है। कृपया नवीनतम और सटीक जानकारी के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट या स्थानीय सरकारी कार्यालयों से संपर्क करें। इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी कार्य के लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं।