PMMVY 2024: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) भारत सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार लाना है। यह योजना 2017 से लागू है और इसके तहत पात्र महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
PMMVY के अंतर्गत, पहले जीवित बच्चे के जन्म पर महिलाओं को 5,000 रुपये की राशि तीन किस्तों में दी जाती है। यह राशि गर्भावस्था के दौरान पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने और मजदूरी के नुकसान की भरपाई करने में मदद करती है। इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को कुछ शर्तें पूरी करनी होती हैं, जैसे गर्भावस्था का पंजीकरण, प्रसव पूर्व जांच, और बच्चे के जन्म का पंजीकरण।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना क्या है?
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) एक केंद्र प्रायोजित योजना है जो महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित की जा रही है। यह योजना गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। PMMVY का मुख्य उद्देश्य मातृ और शिशु स्वास्थ्य में सुधार लाना, कुपोषण को कम करना, और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना है।
योजना का संक्षिप्त विवरण
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) |
शुरुआत वर्ष | 2017 |
लक्षित लाभार्थी | गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं |
लाभ राशि | 5,000 रुपये (तीन किस्तों में) |
कार्यान्वयन मंत्रालय | महिला एवं बाल विकास मंत्रालय |
योजना का प्रकार | केंद्र प्रायोजित |
लाभ का तरीका | सीधे बैंक खाते में हस्तांतरण |
पात्रता | पहले जीवित बच्चे के लिए |
PMMVY योजना के उद्देश्य
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य में सुधार
- नवजात शिशुओं के पोषण स्तर में वृद्धि
- मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी लाना
- संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना
- गर्भावस्था के दौरान मजदूरी के नुकसान की आंशिक भरपाई करना
- महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना
पीएमएमवीवाई के तहत मिलने वाले लाभ
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:
- वित्तीय सहायता: पात्र महिलाओं को 5,000 रुपये की राशि तीन किस्तों में दी जाती है।
- पोषण सहायता: यह राशि गर्भावस्था के दौरान बेहतर पोषण सुनिश्चित करने में मदद करती है।
- मजदूरी नुकसान की भरपाई: गर्भावस्था के दौरान काम न कर पाने की स्थिति में यह राशि आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
- स्वास्थ्य जांच प्रोत्साहन: योजना के तहत नियमित स्वास्थ्य जांच को प्रोत्साहित किया जाता है।
- संस्थागत प्रसव को बढ़ावा: योजना अस्पताल में प्रसव को प्रोत्साहित करती है, जो मां और बच्चे दोनों के लिए सुरक्षित होता है।
PMMVY योजना की पात्रता
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ लेने के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंड हैं:
- आयु: लाभार्थी की उम्र बच्चे के जन्म के समय 19 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- पहला जीवित बच्चा: योजना का लाभ केवल पहले जीवित बच्चे के जन्म पर मिलता है।
- आर्थिक स्थिति: सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों की महिलाएं इस योजना के लिए पात्र हैं।
- सरकारी कर्मचारी नहीं: केंद्र या राज्य सरकार में नियमित रोजगार वाली महिलाएं इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
- अन्य लाभ न लेना: जो महिलाएं किसी अन्य योजना के तहत समान लाभ प्राप्त कर रही हैं, वे PMMVY के लिए पात्र नहीं हैं।
पीएम मातृत्व वंदना योजना का फॉर्म कैसे भरें
PMMVY योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया निम्नानुसार है:
- ऑनलाइन आवेदन: PMMVY की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें।
- आवश्यक दस्तावेज: निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक की कॉपी
- गर्भावस्था पंजीकरण कार्ड
- पति का आधार कार्ड (वैकल्पिक)
- फॉर्म भरना: सभी जानकारी सही और पूर्ण रूप से भरें।
- दस्तावेज अपलोड: आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करें।
- सबमिट और पावती: फॉर्म जमा करें और पावती रसीद प्राप्त करें।
- आंगनवाड़ी केंद्र पर जाना: नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र पर जाकर अपने आवेदन की स्थिति की जांच कर सकते हैं।
PMMVY योजना के लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया निम्नानुसार है:
- पहली किस्त (1,000 रुपये): गर्भावस्था के पंजीकरण पर
- दूसरी किस्त (2,000 रुपये): गर्भावस्था के दौरान कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच करवाने पर
- तीसरी किस्त (2,000 रुपये): बच्चे के जन्म का पंजीकरण और पहले टीकाकरण चक्र को पूरा करने पर
- बैंक खाते में हस्तांतरण: सभी किस्तें सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में हस्तांतरित की जाती है।
PMMVY योजना का प्रभाव और महत्व
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का भारत में मातृ और शिशु स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है:
- मातृ स्वास्थ्य में सुधार: योजना ने गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सुधार किया है।
- शिशु स्वास्थ्य में वृद्धि: नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य और विकास में सकारात्मक परिवर्तन देखा गया है।
- संस्थागत प्रसव में वृद्धि: अस्पतालों में प्रसव की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, जो मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने में मदद करता है।
- आर्थिक सहायता: गरीब और वंचित वर्गों की महिलाओं को वित्तीय सहायता मिली है।
- जागरूकता में वृद्धि: योजना ने मातृ और शिशु स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाई है।
Disclaimer: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एक वास्तविक सरकारी योजना है, लेकिन इसके नियम और प्रावधान समय-समय पर बदल सकते हैं। सटीक और अद्यतन जानकारी के लिए कृपया आधिकारिक सरकारी स्रोतों या स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें। इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी कार्य के लिए लेखक या प्रकाशक जिम्मेदार नहीं होंगे।