नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) भारत सरकार द्वारा समर्थित एक फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट स्कीम है। यह स्कीम खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न चाहते हैं। पोस्ट ऑफिस के माध्यम से उपलब्ध यह योजना टैक्स बचाने और भविष्य के लिए बचत करने का एक शानदार विकल्प है। इस लेख में हम NSC की पूरी जानकारी, इसके फायदे, ब्याज दरें, और अन्य शर्तों पर चर्चा करेंगे।
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) क्या है?
NSC एक छोटी बचत योजना है जो भारत सरकार द्वारा शुरू की गई है। इसे पोस्ट ऑफिस से खरीदा जा सकता है और यह 5 साल की फिक्स्ड मेच्योरिटी अवधि के साथ आती है। इसमें निवेश करने से न केवल आपको एक निश्चित ब्याज मिलता है बल्कि आप टैक्स बचत का भी लाभ उठा सकते हैं।
विशेषताएं | विवरण |
योजना का नाम | नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) |
ब्याज दर | 7.7% प्रति वर्ष (वर्तमान) |
न्यूनतम निवेश राशि | ₹1,000 |
अधिकतम निवेश सीमा | कोई सीमा नहीं |
मेच्योरिटी अवधि | 5 साल |
टैक्स लाभ | सेक्शन 80C के तहत ₹1.5 लाख तक |
कौन निवेश कर सकता है? | केवल भारतीय नागरिक |
NSC स्कीम के फायदे
- गारंटीड रिटर्न:
NSC में निवेश पर ब्याज दर सरकार द्वारा तय की जाती है और यह निश्चित होती है। वर्तमान में यह दर 7.7% प्रति वर्ष है। - टैक्स बचत:
आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है। - कंपाउंडिंग का लाभ:
ब्याज हर साल कंपाउंड होता है और इसे मेच्योरिटी पर भुगतान किया जाता है। - सुरक्षित निवेश:
चूंकि यह योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित है, इसलिए इसमें कोई जोखिम नहीं होता। - लोन सुविधा:
NSC कोलैटरल के रूप में इस्तेमाल करके बैंक से लोन लिया जा सकता है। - नामांकन सुविधा:
निवेशक अपने परिवार के किसी सदस्य को नामित कर सकता है ताकि उनकी मृत्यु के बाद वह व्यक्ति NSC की राशि प्राप्त कर सके।
NSC पर ब्याज दरें और रिटर्न कैलकुलेशन
NSC पर वर्तमान ब्याज दर 7.7% प्रति वर्ष है। यह ब्याज हर साल कंपाउंड होता है और मेच्योरिटी पर भुगतान किया जाता है। नीचे दिए गए उदाहरण से समझें:
₹1 लाख का निवेश:
- 1 साल बाद: ₹1,07700
- 2 साल बाद: ₹1,15729
- 3 साल बाद: ₹1,24060
- 4 साल बाद: ₹1,32771
- 5 साल बाद: ₹1,41883
इस प्रकार, 5 साल में आपका ₹1 लाख लगभग ₹1.42 लाख बन जाएगा।
कौन कर सकता है NSC में निवेश?
- भारतीय नागरिक
- नाबालिग (अभिभावक द्वारा)
- ज्वाइंट अकाउंट खोलने की भी सुविधा
निवेश नहीं कर सकते:
- एनआरआई (Non-Resident Indians)
- हिंदू अविभाजित परिवार (HUF)
NSC कैसे खरीदें?
NSC खरीदने की प्रक्रिया बहुत सरल है:
- नजदीकी पोस्ट ऑफिस जाएं।
- आवेदन पत्र भरें और आवश्यक KYC दस्तावेज जमा करें।
- न्यूनतम ₹1,000 या उससे अधिक राशि का भुगतान करें।
- आपको NSC सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।
NSC स्कीम के नियम और शर्तें
- मेच्योरिटी से पहले निकासी:
सामान्यतः मेच्योरिटी से पहले निकासी संभव नहीं होती। हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों जैसे कि निवेशक की मृत्यु या कोर्ट ऑर्डर पर निकासी हो सकती है। - ट्रांसफर सुविधा:
NSC को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति या एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर किया जा सकता है। - ब्याज पर टैक्स:
मेच्योरिटी पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्स लगता है। हालांकि, TDS लागू नहीं होता। - न्यूनतम और अधिकतम निवेश सीमा:
न्यूनतम निवेश ₹1,000 से शुरू होता है और अधिकतम सीमा नहीं है।
NSC बनाम अन्य बचत योजनाएं
योजना | ब्याज दर | लॉक-इन अवधि | टैक्स लाभ |
NSC | 7.7% | 5 साल | हां |
PPF | 7.1% | 15 साल | हां |
FD (Tax Saver) | 6%-7% | 5 साल | हां |
क्या NSC से आप ₹72 लाख बना सकते हैं?
अगर आप नियमित रूप से बड़ी राशि निवेश करते हैं तो कंपाउंडिंग के कारण आपका रिटर्न बढ़ सकता है। हालांकि, केवल NSC में निवेश करके इतनी बड़ी राशि बनाना संभव नहीं होगा जब तक कि आप हर साल बड़ी रकम न जोड़ें।
Disclaimer:
यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। NSC एक सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न देने वाली योजना है लेकिन इसमें रिटर्न सीमित होता है। “₹72 लाख” जैसी बड़ी राशि बनाने के लिए आपको अन्य उच्च रिटर्न वाली योजनाओं पर भी विचार करना चाहिए। किसी भी योजना में निवेश करने से पहले वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।