1 मई से बैंक खातों पर लागू होंगे नए नियम – SBI खाताधारक तुरंत देखें वरना नुकसान!

भारतीय स्टेट बैंक (SBI), देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक, अपने ग्राहकों के लिए समय-समय पर नियमों में बदलाव करता रहता है। ये बदलाव ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने और बैंकिंग प्रक्रिया को सरल बनाने के उद्देश्य से किए जाते हैं। 1 मई 2025 से SBI ने ATM लेनदेन और अन्य बैंकिंग सेवाओं के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव लागू किए हैं। इन बदलावों का सीधा असर ग्राहकों की जेब और उनकी बैंकिंग आदतों पर पड़ेगा।

अगर आप SBI के ग्राहक हैं, तो यह जानना बेहद जरूरी है कि इन नए नियमों से आपके खाते और लेनदेन पर क्या प्रभाव पड़ेगा। इस लेख में हम इन बदलावों को विस्तार से समझेंगे ताकि आप समय रहते अपनी योजनाएं बना सकें और किसी भी प्रकार के नुकसान से बच सकें।

1 मई से लागू होंगे नए नियम: मुख्य बातें

SBI ने 1 मई 2025 से अपने ATM लेनदेन शुल्क, फ्री ट्रांजैक्शन लिमिट, और अन्य शुल्क संरचनाओं में बड़े बदलाव किए हैं। आइए जानते हैं इन बदलावों के बारे में विस्तार से।

फ्री ट्रांजैक्शन की नई सीमा

  1. SBI ATM पर फ्री ट्रांजैक्शन:
    • सभी बचत खाता धारकों को प्रति माह केवल 5 फ्री ट्रांजैक्शन मिलेंगे।
  2. अन्य बैंकों के ATM पर फ्री ट्रांजैक्शन:
    • अब केवल 10 फ्री ट्रांजैक्शन की अनुमति होगी।
    • हालांकि, औसत मासिक बैलेंस (AMB) के आधार पर यह सीमा अलग-अलग हो सकती है:
      • ₹25,000-₹50,000 AMB वाले ग्राहकों को केवल 5 फ्री ट्रांजैक्शन मिलेंगे।
      • ₹50,000-₹1,00,000 AMB वाले ग्राहकों को भी यही सीमा लागू होगी।
      • ₹1 लाख से अधिक AMB वाले ग्राहकों को अनलिमिटेड फ्री ट्रांजैक्शन की सुविधा मिलेगी।
  3. अतिरिक्त लेनदेन शुल्क:
    • फ्री लिमिट खत्म होने के बाद प्रत्येक अतिरिक्त लेनदेन पर ₹23 + GST का शुल्क लगेगा। पहले यह शुल्क ₹21 था।

ATM लेनदेन शुल्क और अन्य बदलाव

सेवा का प्रकारशुल्क/सीमा
SBI ATM पर फ्री लेनदेन5 प्रति माह
अन्य बैंकों के ATM पर फ्री लेनदेन10 प्रति माह
अतिरिक्त लेनदेन शुल्क₹23 + GST प्रति ट्रांजैक्शन
बैलेंस पूछताछ (SBI ATM)निशुल्क
बैलेंस पूछताछ (अन्य बैंक ATM)₹10 + GST प्रति ट्रांजैक्शन
असफल लेनदेन (अपर्याप्त राशि)₹20 + GST

ग्राहकों पर प्रभाव

1. अतिरिक्त खर्च बढ़ेगा

अगर आप अक्सर ATM का उपयोग करते हैं और फ्री लिमिट पार कर जाते हैं, तो आपको हर अतिरिक्त लेनदेन पर अधिक शुल्क देना होगा। इससे आपकी मासिक खर्च में वृद्धि हो सकती है।

2. औसत मासिक बैलेंस बनाए रखने की जरूरत

ग्राहकों को अब अपने खाते में न्यूनतम औसत मासिक बैलेंस बनाए रखना होगा ताकि वे अधिकतम फ्री ट्रांजैक्शन का लाभ उठा सकें। जो ग्राहक ऐसा नहीं करेंगे, उन्हें कम फ्री ट्रांजैक्शन की सुविधा मिलेगी।

3. डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा

इन बदलावों का उद्देश्य डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना है। ग्राहक अब UPI, YONO ऐप, और अन्य डिजिटल माध्यमों का अधिक उपयोग करेंगे।

ATM लेनदेन के अलावा अन्य बदलाव

SBI ने केवल ATM नियमों में ही नहीं बल्कि अन्य सेवाओं में भी कुछ बदलाव किए हैं:

  1. पॉजिटिव पे सिस्टम (PPS):
    • ₹5,000 से अधिक राशि वाले चेक के लिए वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा।
    • इससे धोखाधड़ी की घटनाओं में कमी आएगी।
  2. SMS अलर्ट शुल्क:
    • SMS अलर्ट सेवाओं के लिए मामूली शुल्क लिया जाएगा।
  3. डिजिटल भुगतान प्रोत्साहन:
    • SBI ने डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए कई नई योजनाएं शुरू की हैं।
  4. KYC अपडेट अनिवार्य:
    • सभी ग्राहकों को समय-समय पर अपना KYC अपडेट करना होगा। ऐसा न करने पर खाते में प्रतिबंध लग सकता है।

महत्वपूर्ण सुझाव

  1. अपने खाते का औसत मासिक बैलेंस बनाए रखें ताकि आपको अधिकतम लाभ मिल सके।
  2. ATM का उपयोग करते समय फ्री लिमिट का ध्यान रखें।
  3. डिजिटल भुगतान विकल्प जैसे UPI और YONO ऐप का अधिक इस्तेमाल करें।
  4. समय-समय पर अपने खाते की गतिविधियों की समीक्षा करें।
  5. KYC अपडेट करना न भूलें ताकि आपका खाता सक्रिय रहे।

निष्कर्ष

SBI द्वारा 1 मई 2025 से लागू किए गए ये नए नियम ग्राहकों को अधिक सतर्कता और योजना बनाने की आवश्यकता बताते हैं। इन बदलावों से जहां कुछ ग्राहकों को अतिरिक्त खर्च का सामना करना पड़ेगा, वहीं डिजिटल बैंकिंग अपनाने वालों को फायदा होगा।

इसलिए, SBI खाताधारकों को सलाह दी जाती है कि वे इन नए नियमों को ध्यान में रखते हुए अपनी बैंकिंग आदतों में सुधार करें और डिजिटल माध्यमों का अधिक उपयोग करें। इससे न केवल आपका समय बचेगा बल्कि अतिरिक्त शुल्क भी कम होगा।

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Disclaimer

यह लेख SBI द्वारा घोषित नियमों पर आधारित है। कृपया अपने नजदीकी SBI शाखा या आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी प्राप्त करें ताकि आप सही निर्णय ले सकें।

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