भारतीय रेलवे, जिसे देश की जीवनरेखा कहा जाता है, ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए ट्रेन टिकट पर छूट को लेकर एक बड़ा कदम उठाने की संभावना जताई है। कोविड-19 महामारी के दौरान यह सुविधा बंद कर दी गई थी, लेकिन अब इसे फिर से लागू करने पर विचार किया जा रहा है। यह फैसला लाखों बुजुर्ग यात्रियों के लिए राहत का कारण बन सकता है, जो नियमित रूप से लंबी दूरी की यात्रा करते हैं।
परिचय
रेलवे टिकट पर सीनियर सिटीजन्स को मिलने वाली छूट एक समय में भारतीय रेलवे की एक महत्वपूर्ण नीति थी। यह योजना बुजुर्गों को किफायती और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करने के उद्देश्य से बनाई गई थी। 2020 में महामारी के कारण इसे अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था। अब जब देश सामान्य स्थिति में लौट आया है, तो इस योजना को फिर से शुरू करने की मांग तेज हो गई है।
हाल ही में कई रिपोर्ट्स और बजट 2025-26 के संदर्भ में इस बात की चर्चा हुई कि सरकार वरिष्ठ नागरिकों के लिए ट्रेन टिकट पर छूट बहाल कर सकती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि यह योजना क्या है, इसके लाभ और वर्तमान स्थिति।
सीनियर सिटीजन्स को मिलने वाली टिकट छूट: मुख्य जानकारी
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | सीनियर सिटीजन रेल किराया छूट योजना |
लाभार्थी | 60+ वर्ष के पुरुष और 58+ वर्ष की महिलाएं |
छूट का प्रतिशत | पुरुषों के लिए 40%, महिलाओं के लिए 50% |
लागू श्रेणियां | स्लीपर, एसी, जनरल |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन या रेलवे काउंटर पर |
आवश्यक दस्तावेज | आधार कार्ड या अन्य आयु प्रमाण |
विशेष सुविधाएं | प्राथमिकता वाली बुकिंग, सहायता सेवाएं |
वर्तमान स्थिति | कोविड-19 के कारण बंद (मार्च 2020 से) |
रेलवे टिकट पर छूट: पहले क्या था?
2019 तक भारतीय रेलवे वरिष्ठ नागरिकों को मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी और दुरंतो जैसी ट्रेनों में यात्रा करने पर छूट देती थी।
- पुरुष वरिष्ठ नागरिक (60 साल या उससे अधिक उम्र): 40% छूट।
- महिला वरिष्ठ नागरिक (58 साल या उससे अधिक उम्र): 50% छूट।
उदाहरण के तौर पर, अगर राजधानी एक्सप्रेस की फर्स्ट एसी का टिकट ₹4,000 का होता था, तो महिला वरिष्ठ नागरिक को ₹2,000 और पुरुष वरिष्ठ नागरिक को ₹2,300 में टिकट मिलती थी।
कोविड-19 में छूट क्यों बंद हुई?
मार्च 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण रेलवे ने वित्तीय घाटे और स्वास्थ्य सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए इस सुविधा को अस्थायी रूप से बंद कर दिया।
- लॉकडाउन और प्रतिबंधों के चलते रेलवे को भारी वित्तीय नुकसान हुआ।
- भीड़भाड़ कम करने और स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया।
हालांकि अब स्थिति सामान्य हो चुकी है और वरिष्ठ नागरिक इस सुविधा को फिर से शुरू करने की मांग कर रहे हैं।
बजट 2025-26 से उम्मीदें
1 फरवरी 2025 को पेश होने वाले बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा इस सुविधा की बहाली की घोषणा होने की संभावना जताई जा रही है।
संभावित लाभ:
- यात्रा खर्च में कमी।
- सामाजिक जुड़ाव बढ़ेगा।
- बुजुर्ग यात्रियों की आर्थिक स्वतंत्रता सुनिश्चित होगी।
कैसे मिलेगा टिकट पर डिस्काउंट?
ऑनलाइन बुकिंग (IRCTC):
- IRCTC वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर जाएं।
- लॉगिन करें या नया अकाउंट बनाएं।
- यात्रा विवरण भरें और ट्रेन/क्लास चुनें।
- यात्री विवरण सेक्शन में “सीनियर सिटीजन” विकल्प चुनें।
- जन्मतिथि भरें; सिस्टम स्वचालित रूप से छूट लागू करेगा।
रेलवे काउंटर बुकिंग:
- आरक्षण फॉर्म भरें और “सीनियर सिटीजन” श्रेणी का उल्लेख करें।
- आयु प्रमाण दस्तावेज संलग्न करें (आधार कार्ड या वोटर आईडी)।
- क्लर्क द्वारा डिस्काउंट लागू किया जाएगा।
महत्वपूर्ण नियम और शर्तें
रेलवे द्वारा दी जाने वाली छूट कुछ नियमों और शर्तों के साथ आती है:
- केवल बेस किराए पर छूट लागू होगी; टाटकाल जैसी डायनामिक प्राइसिंग पर नहीं।
- प्रीमियम ट्रेनों जैसे राजधनी, शताब्दी और वंदे भारत पर कोई रियायत नहीं मिलेगी।
- ग्रुप बुकिंग या कोटा टिकट्स पर छूट हमेशा उपलब्ध नहीं होती।
- यात्रा के दौरान आयु प्रमाण साथ रखना अनिवार्य होगा।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए अतिरिक्त सुविधाएं
भारतीय रेलवे बुजुर्ग यात्रियों के लिए अन्य सुविधाएं भी प्रदान करता है:
- लोअर बर्थ प्राथमिकता।
- स्टेशनों पर मुफ्त व्हीलचेयर सेवा।
- बैटरी ऑपरेटेड वाहन बड़े स्टेशनों पर।
- ऑनबोर्ड मेडिकल सहायता।
क्या सरकार ने कोई घोषणा की है?
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में बताया कि फिलहाल सीनियर सिटीजन छूट बहाल करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने कहा:
- सरकार पहले से ही यात्रियों को औसतन 46% सब्सिडी दे रही है।
- अतिरिक्त वित्तीय बोझ उठाना मुश्किल होगा।
निष्कर्ष
रेलवे मंत्रालय द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन टिकट पर रियायत देने का फैसला एक स्वागत योग्य कदम होगा। हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन बजट 2025-26 में इसके लागू होने की उम्मीद जताई जा रही है।
इस योजना का पुनः प्रारंभ बुजुर्ग यात्रियों के लिए न केवल आर्थिक राहत प्रदान करेगा बल्कि उनकी सामाजिक भागीदारी भी बढ़ाएगा।
डिस्क्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न रिपोर्ट्स और मीडिया स्रोतों पर आधारित है। रेलवे मंत्रालय द्वारा अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे अंतिम निर्णय लेने से पहले आधिकारिक अपडेट्स का इंतजार करें।