भारतीय रेलवे में सीनियर सिटीजन रेल किराए में छूट का मुद्दा लंबे समय से चर्चा में है। मार्च 2020 में, कोविड-19 महामारी के दौरान, रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली किराए की छूट को बंद कर दिया था। इससे पहले, महिला सीनियर सिटीजन को 50% और पुरुष सीनियर सिटीजन को 40% की छूट मिलती थी। इस फैसले के बाद से लाखों वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा के लिए पूरी कीमत चुकानी पड़ी है।
हाल ही में, यह सवाल फिर से उठाया गया है कि क्या सरकार इस सुविधा को बहाल करेगी। बजट 2025-26 की घोषणाओं ने इस मुद्दे को और अधिक प्रासंगिक बना दिया है। आइए जानते हैं कि इस विषय पर क्या अपडेट्स हैं और सरकार का रुख क्या है।
Senior Citizen Rail Concession: Overview Table
विवरण | जानकारी |
छूट की शुरुआत | 2004 |
छूट बंद होने की तारीख | मार्च 2020 |
महिला सीनियर सिटीजन छूट | 50% |
पुरुष सीनियर सिटीजन छूट | 40% |
योग्यता आयु (महिला) | 58 वर्ष |
योग्यता आयु (पुरुष) | 60 वर्ष |
वर्तमान स्थिति | कोई छूट उपलब्ध नहीं |
छूट बहाली की संभावना | बजट 2025-26 में विचाराधीन |
कोविड-19 के कारण क्यों बंद हुई थी छूट?
मार्च 2020 में, जब कोविड-19 महामारी अपने चरम पर थी, रेलवे ने कई रियायतें बंद कर दीं, जिनमें वरिष्ठ नागरिकों के लिए किराए की छूट भी शामिल थी। इसका कारण रेलवे पर बढ़ता वित्तीय दबाव बताया गया था। महामारी के दौरान यात्रियों की संख्या में भारी कमी आई, जिससे रेलवे का राजस्व कम हो गया।
रेलवे ने यह भी कहा कि टिकट की कीमतें पहले ही सब्सिडी वाली हैं और अतिरिक्त छूट देना संभव नहीं है। हालांकि, अब जब स्थिति सामान्य हो चुकी है, वरिष्ठ नागरिकों ने इस सुविधा को फिर से लागू करने की मांग की है।
बजट 2025-26 से उम्मीदें
1 फरवरी 2025 को पेश हुए बजट में वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोई नई घोषणा नहीं की गई। हालांकि, कई रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार इस विषय पर विचार कर रही है। यदि यह सुविधा फिर से लागू होती है, तो लाखों वरिष्ठ नागरिकों को राहत मिलेगी।
संभावित लाभ:
- यात्रा खर्च में कमी आएगी।
- वरिष्ठ नागरिक अधिक स्वतंत्रता और आराम से यात्रा कर सकेंगे।
- सामाजिक न्याय और बुजुर्गों की देखभाल के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दिखेगी।
वर्तमान स्थिति: क्या मिल रही है कोई छूट?
वर्तमान में, भारतीय रेलवे द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को कोई विशेष किराए की छूट नहीं दी जा रही है। हालांकि, कुछ अन्य सुविधाएं अभी भी उपलब्ध हैं:
- लोअर बर्थ प्राथमिकता: वरिष्ठ नागरिकों के लिए लोअर बर्थ प्राथमिकता दी जाती है।
- व्हीलचेयर सुविधा: स्टेशनों पर व्हीलचेयर उपलब्ध कराई जाती है।
- बैटरी ऑपरेटेड वाहन: कुछ बड़े स्टेशनों पर मुफ्त बैटरी ऑपरेटेड वाहन उपलब्ध हैं।
क्या कहती हैं सरकारी घोषणाएं?
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में स्पष्ट किया कि फिलहाल वरिष्ठ नागरिकों के लिए किराए में छूट बहाल करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार पहले से ही यात्रियों को सब्सिडी प्रदान करती है और अतिरिक्त वित्तीय बोझ उठाना मुश्किल होगा।
महत्वपूर्ण आंकड़े:
- वित्तीय वर्ष 2022-23 में रेलवे ने वरिष्ठ नागरिक यात्रियों से ₹2,242 करोड़ का राजस्व अर्जित किया।
- वर्तमान में सभी यात्रियों के लिए औसतन 55% सब्सिडी दी जा रही है।
सोशल मीडिया पर फैली अफवाहें
हाल ही में सोशल मीडिया पर यह दावा किया गया कि रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए 50% छूट बहाल कर दी है। हालांकि, यह दावा गलत साबित हुआ। रेलवे ने स्पष्ट किया कि ऐसी कोई योजना लागू नहीं की गई है।
निष्कर्ष: क्या मिलेगा सीनियर सिटीजन को लाभ?
फिलहाल, भारतीय रेलवे द्वारा वरिष्ठ नागरिक किराए की छूट बहाल करने का कोई संकेत नहीं दिया गया है। हालांकि, भविष्य में सरकार इस विषय पर विचार कर सकती है, खासकर यदि सामाजिक दबाव बढ़ता है या बजट स्थिति बेहतर होती है।
Disclaimer:
यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। वर्तमान समय में भारतीय रेलवे द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए किसी प्रकार की किराए की छूट बहाल नहीं की गई है। कृपया यात्रा योजनाओं के लिए आधिकारिक जानकारी प्राप्त करें।